हरियाणा चुनाव में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जनसभाओं और रोड शो ने आप के लिए माहौल तैयार किया है। प्रदेश के कई विधानसभा क्षेत्रों में आप के उम्मीदवारों ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। यह बात उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी हरियाणा में अकेले विधानसभा चुनाव में भाग ले रही है।
Chandigarh: प्रदेश में पहली बार स्वतंत्र रूप से विधानसभा चुनावों में भाग ले रही आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनावी माहौल में एक मजबूत उपस्थिति स्थापित की है। पड़ोसी राज्यों पंजाब और दिल्ली में सत्तारूढ़ आप के उम्मीदवार हरियाणा में अपने विरोधी उम्मीदवारों को न केवल डेढ़ दर्जन विधानसभा सीटों पर कठिन चुनौती दे रहे हैं, बल्कि कई सीटों पर जीत हासिल करने की स्थिति में भी हैं।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रदेश में आयोजित जनसभाएं और रोड शो ने इस स्थिति को और भी मजबूत किया है।
किन सीटों पर मुकाबले को बना त्रिकोणीय
भिवानी, कैथल के कलायत और पूंडरी, फरीदाबाद के बल्लभगढ़, करनाल का असंध, रोहतक का महम, यमुनानगर में जगाधरी, सिरसा में डबवाली और रानियां, फतेहाबाद में रतिया, गुरुग्राम में सोहना, दादरी और नूंह विधानसभा क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों ने प्रतिस्पर्धा को त्रिकोणीय रूप प्रदान किया है।
लोकसभा चुनाव में आप के सबसे अधिक बढ़त वाले विधानसभा क्षेत्र कलायत में पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा भाजपा की पूर्व मंत्री कमलेश ढांडा, हिसार से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश जेपी के बेटे विकास सहारण और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा को चुनौती दे रहे हैं। वहीं, पूंडरी में नरेंद्र शर्मा अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
कैथल और कुरुक्षेत्र की सीटों पर आप की नजर
भिवानी सीट पर आम आदमी पार्टी की इंदु शर्मा भाजपा के प्रत्याशी घनश्याम सर्राफ को कड़ी चुनौती दे रही हैं। यहाँ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी ओमप्रकाश और कांग्रेस के बागी अभिजीत लाल सिंह तंवर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस ने भिवानी सीट को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के लिए छोड़ दिया है।
AAP की निगाह कुरुक्षेत्र जिलों पर
आप की नज़र विशेषकर कैथल और कुरुक्षेत्र जिलों की आठ विधानसभा सीटों पर केंद्रित है। लोकसभा चुनाव में शाहाबाद, पिहोवा, गुहला और कलायत में आइएनडीआई गठबंधन के प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
शाहाबाद में भाजपा के सुभाष कलसाना और कांग्रेस के रामकरण काला के खिलाफ 'आप' ने महिला प्रत्याशी आशा रानी को मैदान में उतारा है। आशा रानी को महिलाओं का समर्थन प्राप्त हो रहा है। गुहला में भाजपा के पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर और कांग्रेस के देवेंद्र हंस का सामना 'आप' के प्रत्याशी राकेश खानपुर कर रहे हैं।
नूंह से राबिया किदवई चुनावी मैदान में
नूंह में पहली बार महिला उम्मीदवार राबिया किदवई को चुनावी मैदान में उतारा गया है। मुस्लिम बाहुल्य नूंह में आम आदमी पार्टी (आप) ने राबिया किदवई को उम्मीदवार बनाया है, जो इस क्षेत्र की पहली महिला प्रत्याशी हैं। पूर्व राज्यपाल अखलाक उर रहमान किदवई की पौत्री राबिया कांग्रेस के वर्तमान विधायक आफताब अहमद और भाजपा के प्रत्याशी संजय सिंह को बड़ी चुनौती पेश कर रही हैं।
जगाधरी में पार्टी की स्थिति मजबूत बनी हुई है। इसके अलावा, बल्लभगढ़ में रविंदर फौजदार, असंध में अमनदीप जुंडला, महम में विकास नेहरा, डबवाली में कुलदीप गदराना, रानियां में हरपिंदर, रतिया में मुख्तयार, सोहना में धर्मेंद्र खटाना और दादरी में धनराज कुंडू भी अपने प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती दे रहे है।
अरविंद केजरीवाल ने चुनावी मोर्चा संभाला
सुप्रीम कोर्ट से शराब घोटाले में जमानत मिलने के बाद, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में चुनावी गतिविधियों का आगाज किया है, जिससे उनके कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई है। इससे पहले, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने चुनावी प्रचार की जिम्मेदारी संभाली हुई थी।
यमुनानगर के जगाधरी, डबवाली, रानिया, भिवानी, महम, पूंडरी, कलायत, रेवाड़ी, दादरी, असंध, बल्लभगढ़ और बाढ़ड़ा में केजरीवाल की प्रभावशाली चुनाव रैलियों ने पार्टी के प्रत्याशियों को मजबूती प्रदान की। उनके साथ-साथ पार्टी के संगठन महामंत्री डा. संदीप पाठक, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने भी राज्य में 'आप' के लिए चुनावी सभाएं आयोजित की हैं।