जयपुर में पेपरलीक मुद्दे पर बीजेपी कार्येकर्ताओ का प्रदर्शन: पुलिस से भिड़े BJP कार्यकर्ता, CM आवास घेरने की कोशिश

जयपुर में पेपरलीक मुद्दे पर बीजेपी कार्येकर्ताओ का प्रदर्शन: पुलिस से भिड़े BJP कार्यकर्ता, CM आवास घेरने की कोशिश
Last Updated: 09 मई 2023

एक ही दिन में भाजपा के दो कार्यक्रमों से राजस्थान में सियासी पारा चढ़ा रहा। जहा पेपरलीक के मुद्दे पर जयपुर में कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। वही अपने जन्मदिन से पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सालासर में जनसभा की। उन्होंने बालाजी के मंदिर में पूजा-पाठ भी किया। इसे राजे के शक्ति-प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है।

शनिवार को जयपुर में BJP के हजारों कार्यकर्ता जुटे। पार्टी ऑफिस से ये सभी विरोध-प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री आवास को घेरने के लिए आगे बढ़े तो पुलिस ने इन्हें सिविल लाइंस फाटक पर रोक दिया। भाजपा कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए। पुलिस ने लाठियां मारते हुए उन्हें खदेड़ दिया। वाटर कैनन से पानी की बौछारें भी छोड़ीं। प्रदर्शन अब भी जारी है। पुलिस ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को हिरासत में ले लिया है।

उधर, चुरू के सालासर की जनसभा में राजे ने कहा कि मैं संगठन की कार्यकर्ता के रूप में मोदी जी और नड्डा जी के नेतृत्व में चल रही हूं और आप सबको चला रही हूं। इस दौरान वे भाजपा के कद्दावर नेता रहे और पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत को याद करते हुए भावुक भी हुईं। राजे ने कहा कि वे मेरे राजनीतिक गुरु हैं और आज में जो हूं उन्हीं की वजह से हूं।

राजस्थान भाजपा ने पहले विधानसभा घेराव की घोषणा की थी, लेकिन विधानसभा स्थगित होने के चलते उन्होंने सीएम हाउस घेरने का ऐलान किया। आज राजस्थान भर से बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जयपुर पहुंचे हैं।

 

राजे बोलीं- मुझे प्यार है आप सबसे, राजस्थान के लिए जान भी देनी पड़े तो पीछे मत हटना,

सालासर में रैली के दौरान बजरंग बली के जयकारे लगे। राजे ने 'हे बजरंग बली हनुमान, हे महावीर करो कल्याण।' जयकारा बोलकर अपने भाषण की शुरुआत की। फिर भीड़ की तरफ हाथ करके बोलीं, 'मुझे प्यार है आप सबसे। मेरे सालगिरह के दिन राजस्थान के कोने-कोने से लोग आकर मुझे प्यार देते हैं। राजमाता ने मुझे यह सिखाया था,

राजस्थान की भूमि के लिए जान भी देनी पड़े तो पीछे मत हटना।' वे बोलीं कि- चार साल में उतार चढ़ाव में आपने मेरा साथ नहीं छोड़ा।आपने पहली बार 2003 में 120 सीटों के साथ भाजपा को जिताया। 2013 में मैंने सुराज संकल्प यात्रा में देखा कि कांग्रेस ने प्रदेश का क्या हाल कर दिया। आपने इतिहास रचा और विधानसभा में 163 और लोकसभा में 25 सीटें दीं।

 

 पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कांग्रेस पर साधा निशाना

राजे ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा- 2018 में कांग्रेस आई और हमारी सारी योजनाएं बदल दीं। भामाशाह योजना बंद कर दी और नाम बदलकर चिरंजीवी योजना शुरू की और अब मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है। 10 लाख की बजाय 11 हजार रुपए भी एक मरीज पर खर्च नहीं हुआ।

उन्होंने कहा- अब बजट में 25 लाख तक के इलाज की घोषणा कर दी, लेकिन इलाज तो 10 लाख राशि थी तब भी बड़े अस्पतालों में इलाज नहीं हुआ। सरकारी भर्तियों की पारदर्शिता खत्म हो गई। बेरोजगार याचक बन कर सरकार की तरफ देख रहा है।

 

'राजस्थान जल रहा, मुख्यमंत्री से चैन से सो रहे, भ्र्ष्टाचार चर्म सिमा पर है,

'राजे ने प्रदेश की सुरक्षा पर भी सवाल उठाते हुए कहा- न महिला, न किसान और न युवा सुरक्षित हैं। आज सुरक्षा दिवस पर ये हाल है। राजस्थान जल रहा है, मुख्यमंत्री चैन से सो रहे हैं। जनता जाग गई है, अब उनकी कुर्सी नहीं बचेगी। मंदिरों को तोड़कर लोगों की आस्था पर चोट की जा रही है।

भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गया है, छोटे से छोटा काम भी बिना पैसे के नहीं हो रहा। कैग की रिपोर्ट में अवैध खनन का भ्रष्टाचार का जिक्र है। कर्जा माफी का क्या हुआ? किसानों का 2022-23 में जो बीमा होना था, वो नहीं हुआ। बिजली का हाल सबको पता है, मेरे पास किसानों के फोन आते है, बिजली नहीं आ रही।

 

डेढ़ घंटे तक बालाजी मंदिर में पूजा

जनसभा से पहले वसुंधरा ने सालासर बालाजी के मंदिर में शनिवार सुबह करीब डेढ़ घंटे तक पूजा-अर्चना की। इस दौरान पूर्व सीएम का परिवार भी उनके साथ मौजूद रहा। वह शुक्रवार को ही सालासर पहुंच गई थीं। राजे का जन्मदिन 8 मार्च को है। पूर्व सीएम ने मंदिर में हनुमान चालीसा और संकट मोचन का पाठ भी किया।

इसके बाद वसुंधरा राजे के उत्तम स्वास्थ्य के लिए हवन किया गया। पुजारी परिवार ने पूर्व सीएम का स्वागत किया। इस दौरान मंदिर के बाहर उनके हजारों समर्थक मौजूद जुटे रहे। इधर, शनिवार को ही जयपुर में बीजेपी विधायक और नेताओं का सीएम आवास घेराव का कार्यक्रम है और दूसरी तरफ वसुंधरा राजे की जनसभा।

ऐसे में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सीएम हाउस घेराव की वजह से पार्टी विधायकों से जयपुर में रहने का आदेश किया है। बता दें कि इससे पहले साल 2022 में वसुंधरा राजे ने केशोरायपाटन में जन्मदिन मनाया था। उस वक्त भी सतीश पूनिया के आह्वान के बावजूद 40 से ज्यादा विधायक राजे को बधाई देने केशोरायपाटन पहुंचे थे।

 

राजे समर्थक कई दिनों से कर रहे तैयारियां
वसुंधरा के जन्मदिन समारोह को लेकर उनके समर्थक पिछले कई दिनों से तैयारियां कर रहे हैं। दावा है कि सालासर में 4 मार्च को लगभग एक लाख लोग जुटेंगे। इसके लिए राजे के खास नेता प्रदेश भर में जिलेवार और विधानसभावार बैठकों के कई दौर कर चुके हैं।

सालासर के कार्यक्रम को वसुंधरा के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है। चुनाव से पहले वह अपने जन्मदिन के बहाने भीड़ जुटाकर यह दिखाना चाहती हैं कि प्रदेश में अब भी उनके पीछे समर्थकों की फौज है।

 

ये रहे मौजूद

मंदिर में पूजा-अर्चना के दौरान राजे के पुत्र सांसद दुष्यन्त सिंह, विधायक दीप्ति माहेश्वरी, गंगानगर सांसद निहाल चन्द, जयपुर एमपी रामचरण बोहरा, विधायक अनीता भदेल, विधायक ओमप्रकाश हुड्डा, चूरू सांसद राहुल कस्वां, जिलाध्यक्ष धर्मवीर पुजारी सहित सैकड़ों समर्थक उनके साथ रहे।

वहीं जनसभा में पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, कालीचरण सराफ और जसवंत सिंह यादव, पूर्व राज्यसभा सदस्य रामनारायण डूडी, मांडलगढ़ विधायक गोपाल शर्मा, पूर्व सांसद कर्नल सोना राम, जसवंत विश्नोई, विधायक प्रताप सिंह सिंघवी, देवी सिंह भाटी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, पूर्व जेडीए चेयरमैन महेंद्र सिंह राठौड़ आदि मौजूद है।

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