Jharkhand Alok Murder Case: दोस्तों ने की थी आलोक की हत्या, शराब पीने के बाद पैसों को लेकर हुआ था विवाद, CCTV में मिले सुराग

Jharkhand Alok Murder Case: दोस्तों ने की थी आलोक की हत्या, शराब पीने के बाद पैसों को लेकर हुआ था विवाद, CCTV में मिले सुराग
Last Updated: 02 अप्रैल 2024

 

पुलिस ने बरियातू इलाके में रहने वाले आलोक कुमार सिंह की हत्या के मामले में तीन युवकों (सुंदर कुमार हेम्ब्रम, अमन कुमार और अनिल कुमार ओहदार) को शनिवार (३१ मार्च) गिरफ्तार कर लिया है। होली के दिन 25 मार्च को वारदात को अंजाम दिया था।

रांची: होली के दिन (25 मार्च) को शराब पीने के बाद पैसों को लेकर दोस्तों के बीच हुए विवाद के कारण पत्थर से कुचलकर बरियातू इलाके में रहने वाले आलोक की हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस मामले में आलोक कुमार के तीन आरोपी दोस्त सुंदर कुमार हेम्ब्रम,अमन अमन कुमार और अनिल कुमार ओहदार को गिरफ्तार करके जेल में भेज दिया।

गुस्से में आकर कर दी अपने दोस्त की हत्या

एसएसपी (Senior Superintendent of Police) चंदन कुमार सिन्हा ने Subkuz.com को बताया कि 25 मार्च को होली के अवसर पर आलोक अपने दोस्त सुंदर कुमार और अमन कुमार के साथ एक वार में बैठकर शराब पी रहा था। शराब पीने के पैसों को लेकर आलोक और अमन के बीच विवाद छिड़ गया।जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने कुछ महीने पहले भी आलोक के साथ मारपीट की थी। उसी बात का गुस्सा निकालने के लिए अमन ने सुंदर और अनिल को भी मौके पर बुला लिया।

बताया कि तीनों ने मिलकर आलोक के साथ गाली-गलौज की और लात-गुस्सों से उसकी पिटाई करने लगे करने लगे। शुरू में तो तू-तू ,में-में हो रही थी लेकिन देखते ही देखते मामला इतना गरमा गया कि आरोपितों ने पत्थर से कुचलकर आलोक को जान से मार डाला। इसके बाद आलोक की बॉडी को एक बोरा में लपेटकर रांची नर्सिंग होम के पीछे की ओर झाड़ियों में फेंक दिया। इसके बाद तीनों अपने-अपने घर चले गए।

CCTV और पूछताछ में जुटा पाए सुराग

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि हत्या के तीन दिन के बाद 28 मार्च को जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को झाड़ियों में खून से लथपथ आलोक का शव मिला था। शव की स्थिती इतनी ज्यादा खराब हो गई थी की उसमे में से बदबू आने लगी थी। उसकी बॉडी इतनी खराब थी की पता लगाना मुश्किल था की उसकी मौत कैसे हुई हैं।

पुलिस ने घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाला और जानकारी के आधार पर अमन से पूछताछ की तो पुलिस को हत्या से संबंधित सुराग मिल गया। अमन के के बताने पर पुलिस ने अन्य दो आरोपितों को भी अपने कब्जे में ले लिया। तीनों आरोपियों ने पूछताछ में आलोक को मारने की बात को स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पुलिस को चकमा देने के लिए आलोक का शव दूसरे थाना क्षेत्र की ओर फेंक दिया था और उसका मोबाइल पीएचइडी (Doctor of Philosophy) के पास फेंक दिया था ताकि पुलिस का ध्यान केवल उसी ओर रहे। पुलिस ने आलोक का मोबाइल और जिस पत्थर से उसकी हत्या की गई थी, उसे अपनी कस्टडी में ले लिया है।

Leave a comment