झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में केवल एक राजमहल सीट पर ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने अपने प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा है। माकपा के गोपेन कुमार सोरेन नौ मई को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
रांची: आईएनडीआईए (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस) में सीट शेयरिंग से असंतुष्ट होकर भाकपा (भारतीय साम्यवादी पार्टी) की तरह माकपा ने भी अब अपना उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतार दिया है। झारखंड की कुल 14 लोकसभा सीट है, जिनमे में से केवल एक राजमहल संसदीय सीट पर माकपा ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। माकपा के उम्मीदवार गोपेन कुमार सोरेन नौ मई को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
पार्टीयों ने राजमहल सीट से उतारे उम्मीदवार
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार Subkuz.com ने बताया कि राजमहल सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने विजय कुमार हांसदा को प्रत्याशी बनाया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने राजमहल सीट पर ताला राम मरांडी को अपना प्रत्याशी बनाया है। बताया कि भारतीय साम्यवादी पार्टी ने राज्य की आठ लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर रखी हैं। इनमें लोहरदगा, पलामू, चतरा, दुमका, कोडरमा, हजारीबाग, गोड्डा व रांची की सीट शामिल हैं। चार सीटों पर तो भाकपा ने उम्मीदवार उतार दिए है। शेष सीटों पर भी जल्द से जल्द प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
गठबंधन में वामदल के प्रति उदासीनता
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के राज्य सचिव प्रकाश कुमार विप्लव ने एक बयान जारी करते हुए कहां कि झारखंड में आईएनडीआईए में शामिल दलों के बीच सीटों का शेयरिंग सब की सहमति से हुआ है। सत्तारूढ़ पार्टियों ने माकपा से किसी बात को लेकर कोई चर्चा नहीं की है। वामदलों के प्रति उदासीनता महागठबंधन नेतृत्व की सबसे बड़ी कमजोरी है। यही वजह है कि पार्टियों ने अलग से अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया।
सचिव ने कहां कि राजमहल लोकसभा सीट पर माकपा के चुनाव लड़ने की तैयारी बहुत दिन पहले से चल रही थी। प्रकाश विप्लव के अनुसार इस इलाके में पार्टी का अपना जनाधार और वोटबेंक भी है और पिछले दो वर्षों से यहां ज्वलंत मुद्दों (उचित मुद्दे) पर पार्टी लगातार अभियान चला रही है। 13 संसदीय सीटों पर भाजपा को हराने वाले प्रत्याशियों को माकपा अपना समर्थन देगी, जिसकी घोषणा वह जल्द से जल्द करेगी।