Jharkhand Politics News: चंपई सोरेन एक बार फिर पहुंचे दिल्ली, भाजपा हाईकमान से कर सकते हैं मुलाकात, जानिए क्या है चंपई सोरेन की प्लानिंग

Jharkhand Politics News: चंपई सोरेन एक बार फिर पहुंचे दिल्ली, भाजपा हाईकमान से कर सकते हैं मुलाकात, जानिए क्या है चंपई सोरेन की प्लानिंग
Last Updated: 26 अगस्त 2024

कोल्हान टाइगर के नाम से मशहूर और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन एक बार फिर दिल्ली पहुंच गए हैं। उनकी इस यात्रा को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल है और कयास लगाए जा रहे हैं कि सोरेन भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं।

रांची: कोल्हान टाइगर और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की चर्चा जोरों पर है। हालांकि इस बात की पुष्टि अभी तक न तो श्री सोरेन ने की है और न ही भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने। ऐसी अटकलें लग रही हैं कि श्री सोरेन भाजपा में शामिल होने वाले हैं। लेकिन, अगर इस बात में कोई सच्चाई न होती, तो भाजपा के नेता इसका खंडन करते हुए अपनी प्रतिक्रिया जरूर देते।

बता दें इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी का मौन रहना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। कहीं न कहीं ऐसा लग रहा है कि भाजपा में श्री सोरेन को लेकर कुछ न कुछ पक रहा है। यह "खिचड़ी" कब तक पकती है, यह तो समय ही बताएगा। देश की नजर इस मामले पर टिकी हुई है और जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो सकती हैं।

दिल्ली पहुंचे चंपई सोरेन

कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन एक बार फिर दिल्ली पहुंच गए हैं। सोमवार सुबह लगभग सवा ग्यारह बजे वे दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां उनके साथ विधायक प्रतिनिधि सनद आचार्य, उनके बेटे और तीन अन्य लोग भी मौजूद थे। इसके बाद वे अपने निर्धारित गंतव्य की ओर बढ़ गए। इस यात्रा के दौरान चंपई सोरेन की भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेताओं और केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान और सुवेंदु अधिकारी से मुलाकात करने की संभावना हैं।

क्या है चंपई सोरेन की प्लानिंग?

चंपई सोरेन की दूसरी बार दिल्ली जाने की बात को गुप्त रखा गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार झामुमो से दूरी बनाने के बाद मंत्री चंपई सोरेन ने दूसरी बार दिल्ली का रुख किया है। चंपई ने खुद की पार्टी बनाने या एक अच्छे साथी के साथ जाने की बात पहले ही कह दी थी। शनिवार को सरायकेला में हुए कार्यक्रम में चंपई सोरेन ने इस बात का संकेत दे दिया था कि "अच्छा साथी" भाजपा के अलावा कोई नहीं है। यह बात उनके पोस्टर और टाउन हॉल के फव्वारे में छाई भगवा रंग से स्पष्ट होती हैं।

चंपई सोरेन के दिल्ली जाने का मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन उनके भाजपा के साथ गठबंधन की संभावना को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। क्या यह झामुमो से उनके अलग होने का अंजाम है? क्या वे अब भाजपा के साथ हाथ मिलाकर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करेंगे? यह घटना झारखंड की राजनीति में एक नए मोड़ को दर्शाती है। आने वाले दिनों में चंपई सोरेन के दिल्ली दौरे के बारे में और जानकारियां सामने आने की संभावना हैं।

चंपई की कुछ शर्तों के कारण हो रही देरी

सूत्रों के अनुसार हाल ही में चंपई सोरेन दिल्ली की यात्रा पर गए थे, जहां भाजपा नेताओं से मुलाक़ात की। यह यात्रा एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम माना जा रहा है, क्योंकि चंपई सोरेन लंबे समय से झारखंड की राजनीति में सक्रिय हैं और उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। दिल्ली में भाजपा नेताओं से मुलाक़ात के बाद, चंपई सोरेन पूरे कोल्हान में भ्रमण कर रहे हैं और अपने समर्थकों की नब्ज टटोल रहे हैं। उनके सभी कार्यक्रमों में सैकड़ों लोग शामिल हो रहे हैं और मीडिया भी उनके कार्यक्रमों में खास दिलचस्पी दिखा रही हैं।

दिल्ली में बैठे भाजपा के वरिष्ठ नेता भी चंपई सोरेन की इन गतिविधियों पर नज़र रख रहे हैं। चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की बात अभी तक स्पष्ट नहीं है। माना जा रहा है कि वह कुछ शर्तों के साथ ही भाजपा में शामिल होने को तैयार हैं। सूत्रों के अनुसार, चंपई सोरेन अपने बेटे को भी राजनीति में लाना चाहते हैं और इसीलिए वह अपने बेटे को आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।

भाजपा के स्थानीय दिग्गजों को भी चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने का खौफ है, क्योंकि अगर भाजपा की सरकार झारखंड में बनती है तो यह दिग्गज शीर्ष स्थान पर आसीन होने की चाह रखते हैं। इसलिए, वे चंपई सोरेन को भाजपा में शामिल होने से रोकने के लिए तरह-तरह की रणनीतियाँ बना रहे हैं। इस तरह, चंपई सोरेन की भाजपा में शामिल होने की खबर झारखंड की राजनीति में हलचल पैदा कर गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चंपई सोरेन आखिरकार क्या फैसला लेते हैं और झारखंड की राजनीति में आगे क्या होगा।

 

 

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