Jharkhand Politics News: 'हेमंत बाबू को पांच वर्ष के लिए...', मंत्री बनते के बाद चंपई सोरेन ने दिया बड़ा बयान; सीएम पद को लेकर कह दी ये बात

Jharkhand Politics News: 'हेमंत बाबू को पांच वर्ष के लिए...', मंत्री बनते के बाद चंपई सोरेन ने दिया बड़ा बयान; सीएम पद को लेकर कह दी ये बात
Last Updated: 30 नवंबर -0001

चंपई सोरेन को सीएम पद से हटाकर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। चंपई सोरेन ने सीएम पद से हटाए जाने पर हुई सियासत का जवाब देते हुए कहां कि 2019 के चुनाव में जनता ने हेमंत बाबू को पांच वर्ष के लिए चुना था, लेकिन कारणवश नेतृत्व परिवर्तन कर मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया था।

रांची: पूर्व मुख्यमंत्री कैबिनेट मंत्री चंपई सोरेन ने हेमंत सरकार द्वारा विश्वास मत हासिल करने के बाद विधानसभा परिसर में Subkuz.com के पत्रकार से बात करते हुए कहां कि उनका मुख्यमंत्री के रूप में पिछले पांच माह का कार्यकाल आइने की तरह बिलकुल साफ रहा हैं। मंत्रिमंडल में स्थान मिलने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहां कि यह झारखंड मुक्ति मोर्चा और महागठबंधन का जो फैसला हुआ वह सही हैं।

2019 के चुनाव में राज्य की जनता ने किया था फैसला

प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक होने के बाद भी नेतृत्व परिवर्तन के सवाल पर चंपई सोरेन ने कहां कि वर्ष 2019 के चुनाव में राज्य की जनता ने हेमंत बाबू पर विश्वास दिखाते हुए पांच वर्ष के लिए जनादेश दिया था, लेकिन राजनीतिक स्थिति में उलटफेर के कारण बीच में ही नेतृत्व को लेकर परिवर्तन करन पड़ा और उन्होंने मुझे मुख्यमंत्री बनाया। उन्होंने कहां कि अब जब जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन हमारे बीच गए हैं और स्वाभाविक रूप से उन्हें ही मुख्यमंत्री होना चाहिए।

कैबिनेट मंत्री चंपई सोरेन ने सदन में सरकार के समर्थन में बोलते हुए कहां कि जो लोग डेमोग्राफी को पूरी तरह से बदलने की बात कह रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि राज्य में आदिवासी लोगों की संख्या में कमी हो रही हैं। भारतीय जनता पार्टी ने देश पर लंबे समय तक शासन किया, लेकिन राज्य में अभी तक कोई बदलाव देखने को नहीं मिला हैं।

हेमंत सोरेन को मिला विश्वास मत

मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान आसानी से बहुमत हासिल कर लिया था। विश्वास मत के दौरान उनके समर्थन में कुल 45 विधायकों ने मतदान किया। खास बात यह रही कि बोरियो से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक लोबिन हेम्ब्रम और बिशुनपुर से झामुमो विधायक चमरा लिंडा ने भी उन्ही के पक्ष में मतदान किया। इन दोनों विधायकों को झामुमो ने अनुशासनहीनता के आरोपों के कारण निलंबित करके रखा है। मनोनीत विधायक जीजे गाल्सटिन भी सरकार के पक्ष में ही गए। सरकार के विरोध में एक भी वोट नहीं गिरा।

 

 

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