Jharkhand: झारखंड में उच्च तकनीक को लेकर नई घोषणा, ग्रास रूट इनोवेशन इंटर्नशिप स्कीम लागू, गांवों में जाकर छात्र करेंगे इंटर्नशिप

Jharkhand: झारखंड में उच्च तकनीक को लेकर नई घोषणा, ग्रास रूट इनोवेशन इंटर्नशिप स्कीम लागू, गांवों में जाकर छात्र करेंगे इंटर्नशिप
Last Updated: 28 जुलाई 2024

झारखंड सरकार जल्द ही "ग्रास रूट इनोवेशन इंटर्नशिप प्रोग्राम" शुरू करने जा रही है, जिसका उद्देश्य छात्रों को ग्रामीण क्षेत्रों में इंटर्नशिप के माध्यम से स्थानीय ज्ञान और नवाचार के साथ एक-दूसरे से जोड़ना है। शिक्षा विभाग के मंत्री चंपई सोरेन ने इस कार्यक्रम की जानकारी दी।

Ranchi News: पूर्व मुख्यमंत्री और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री चंपई सोरेन ने झारखंड में "ग्रास रूट इनोवेशन इंटर्नशिप प्रोग्राम" की शुरुआत की घोषणा की है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में शैक्षणिक अनुभव और स्थानीय नवाचार को जोड़ना है।

इसके तहत राज्य के विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थी गांवों में जाकर केवल परंपरागत ज्ञान और ग्रामीणों के आइडिया का डॉक्यूमेंटेशन करेंगे, बल्कि उन्हें स्टार्टअप के लिए भी सहयोग प्रदान करेंगे। यह स्थानीय ज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देने का प्रयास है। इसके लिए सरकार जल्द ही ग्रास रूट इनोवेशन इंटर्नशिप प्रोग्राम शुरू करेगी। जिसका हर वर्ष 17,380 विद्यार्थियों को लाभ सकेंगे।

सोरेन सरकार की छत्रवृत्ति और शोध योजनाएं

झारखंड के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के मंत्री चंपई सोरेन ने उच्च शिक्षा में सुधार की दिशा में की जा रही पहल के बारे में जानकारी दी है। अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और डिजिटलाइजेशन की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है।जिससे छात्रों को बेहतर संसाधन और सुविधाएं मिल सकें।

ऐसे में छात्रवृत्ति और शोध के क्षेत्र में कई नई योजनाएं शुरू की गई हैं। ये योजनाएं मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने और उच्च शिक्षा में उनके शोध प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए हैं।  योजनाएं मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने और उच्च शिक्षा में उनके शोध प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए हैं। इसके लिए ही गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की गई है, जिसमें केवल 4 प्रतिशत ब्याज की दर पर 15 लाख तक शिक्षा लोन का प्रविधान है।

इंजीनियरिंग एवं डिप्लोमा छात्रों के लिए प्रावधान

चंपई सोरेन ने झारखंड सरकार की शिक्षा और शोध के क्षेत्र में की जा रही नई पहलों की जानकारी दी है, जो छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अवसर और सहायता प्रदान करेंगी। जिसके तहत सरकार ने पीएचडी और शोध कार्य के लिए 'मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना' तथा इंजीनियरिंग एवं डिप्लोमा छात्रों के लिए 'मानकी मुंडा' छात्रवृत्ति योजना लागू की गई है।

नई योजना शुरू करने की पहल

इंजीनियरिंग एवं डिप्लोमा छात्रों के लिए मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना उद्देश्य कनीकी शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि वे अपनी पढ़ाई को सफलतापूर्वक पूरा कर सकें और पेशेवर कौशल विकसित कर सकें। इस दौरान सामान्य स्नातक छात्रो के लिए अब अप्रेंटिसशिप के लिए प्रतिमाह 12000 रुपये स्टाइपेंड की योजना शुरू की गई है।

छात्रों की सुविधा के लिए CSC की स्थापना

इतना ही नहीं, चंपई सोरेन ने झारखंड सरकार की "प्रज्ञा केंद्र" की स्थापना और उसकी सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी है, जो शिक्षा क्षेत्र में सुधार और डिजिटल सेवा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। इसके माध्यम विद्यार्थियों को दूसरे कॉलेजों और उच्च शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों के व्याख्यान का लाभ ऑनलाइन मिलेगा। यह छात्रों को विभिन्न विषयों में विशेषज्ञों से सीखने का अवसर प्रदान करेगा और उनकी शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाएगा।

इसके लिए राज्य के 300 से अधिक कॉलेजों में प्रज्ञा केंद्र (कॉमन सर्विस सेंटर) की स्थापना की गई है। इन केंद्रों के माध्यम से विद्यार्थी ऑनलाइन सेवाएं जैसे नामांकन, एग्जाम फॉर्म भी ऑनलाइन अप्लाई कर सकेंगे एवं कॉलेज से संबंधित अन्य सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे।

इस खास मौके पर तकनीकी शिक्षा विभाग के संचालक सुनील कुमार, डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के कुलपति डा. तपन कुमार शांडिल्य, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, कालेजों के प्राचार्य तथा प्रज्ञा केंद्र संचालक आदि वहां मौजूद थे। उपस्थित

 

 

Leave a comment