शेखावाटी क्षेत्र में यमुना नहर के पानी की मांग को लेकर झुंझुनूं में प्रदर्शन किया गया. जानकारी के अनुसार SFI, DYFI और अखिल भारतीय किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने जमकर रैली निकाली और सांसद कार्यालय का घेराव दिया। Subkuz.com को मिली खबरों के मुताबिक पार्टी कार्यकर्ताओं ने सांसद कार्यालय के घेराव से पहले शहीद स्मारक पार्क में मीटिंग की, जिसमे यमुना नहर के पानी को लेकर मत रखे गए. सरकार ने राजनीतिक दलों को बदलने का हवाला देकर अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं किया।
सांसद कार्यालय और नगर परिषद का किया घेराव
जानकारी के अनुसार कार्यकर्ताओं द्वारा रैली के दौरान सांसद कार्यालय का घेराव किया। वहां पहुंचने के बाद सुचना मिली की सांसद नगर परिषद की बैठक में भाग ले रहे हैं. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने अपना रुख नगर परिषद की ओर कर लिया। वहां जाकर जोर जोर से नारे बाजी की गई. कार्यकर्ताओं और जनता का आक्रोश देखकर सांसद श्री नरेंद्र कुमार बैठक से उठकर नगरपरिषद के मुख्य दरवाजे पर आकर प्रदर्शनकारियों की बात सुनी। सांसद ने इस मामले पर आश्वाशन देते हुए कहां कि आगामी संसद सत्र में यमुना नहर के जल की मांग उठाएंगे।
यमुना नहर के जल को लेकर 1994 में हुआ था समझौता
Subkuz.com के अनुसार DYFI के जिला अध्यक्ष राजेश बिजारणिया ने बताया कि 1994 में यमुना नहर के जल को लाने के लिए समझौता हुआ था। लेकिन शेखावाटी क्षेत्र के लोगो को आज तक यमुना का पानी नहीं मिला। कांग्रेस और बीजेपी इस मामले पर राजनीती खेल रही हैं. एसएफआई के जिलाध्यक्ष अनीश धायल ने जानकारी दी कि यमुना नहर जल समझौते के तहत शेखावाटी क्षेत्र (झुंझुनूं, सीकर,चूरू) को 1917 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए था. कांग्रेस और बीजेपी ने राजस्थान और हरियाणा में अलग-अलग सरकार होने के कारण एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए 30 साल निकाल दिए।
जानकारी के मुताबिक यमुना नहर जल समझौते को लेकर किसान नेता सुमेर बुडानिया ने कहां कि अगर इस समझौते को जल्द से जल्द लागू नहीं किया तो जनता द्वारा आंदोलन किया जाएगा। बताया कि जिले के किसान, युवा, महिलाएं और विद्यार्थी उग्र आंदोलन करेंगे। रैली के दौरान SFI के जिला प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज गुर्जर, महिपाल पुनिया, अखिल भारतीय किसान सभा अध्यक्ष अरविन्द गढ़वाल, राजेश पुनिया, आशीष पचार, सचिन चोपड़ा आदित्य चोपड़ा, राहुल सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।