दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल, जो पिछले 11 दिनों से चल रही थी, अब समाप्त हो गई है। यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट की अपील के बाद लिया गया है। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि राष्ट्र के हित में और जन सेवा की भावना को ध्यान में रखते हुए, एम्स के डॉक्टरों ने 11 दिन की हड़ताल के बाद काम पर लौटने का संकल्प लिया है।
New Delhi: कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर मामले के खिलाफ पिछले 11 दिनों से जारी दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल अब समाप्त हो गई है। सभी डॉक्टरों ने अपने काम पर लौटने का निर्णय लिया है। इस फैसले के बाद, एम्स के मरीजों को बड़ी राहत मिली है। RDA एम्स ने एक प्रेस रिलीज साझा करते हुए बताया कि राष्ट्र के हित में और जनसेवा की भावना से, एम्स के डॉक्टरों ने 11 दिन की हड़ताल के बाद काम पर लौटने का निर्णय लिया है।
डॉक्टरों ने क्यों की थी हड़ताल?
एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल का मुख्य कारण कोलकाता रेप-मर्डर मामले में पीड़िता को न्याय दिलाना है। इन रेजिडेंट डॉक्टरों ने इसके साथ-साथ चिकित्सकों के काम करने और रहने की स्थितियों में सुधार की मांग भी की है। इसमें 36 घंटे की ड्यूटी शिफ्ट और आराम के लिए सुरक्षित स्थानों की कमी जैसे मुद्दे शामिल हैं। दिल्ली एम्स में देशभर से लोग इलाज कराने आते हैं, ऐसे में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के चलते पूरे एम्स की व्यवस्था प्रभावित हो गई है। अब सभी को उम्मीद है कि जल्द ही AIIMS की स्थिति सामान्य हो जाएगी।
अदालत करेगी एक सामान्य आदेश जारी
22 अगस्त को हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता डॉक्टरों के मामले में हड़ताल पर बैठे रेजिडेंट डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की है। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जब सभी डॉक्टर वापस काम पर लौटेंगे, तब अदालत एक सामान्य आदेश जारी करेगी। उन्होंने कहा, "आप आश्वस्त रहें कि जब डॉक्टर अपनी ड्यूटी फिर से शुरू कर देंगे, तो हम अधिकारियों से आग्रह करेंगे कि वे उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल कार्रवाई न करें।"
एम्स के निदेशक ने डॉक्टरों से किया निवेदन
मिली जानकारी के अनुसार, एम्स के निदेशक, डॉ. एम श्रीनिवास ने बुधवार को एक पत्र जारी करके रेजिडेंट डॉक्टरों से निवेदन किया है कि वे मरीजों की देखभाल के लिए अपने-अपने कार्यस्थलों पर लौट आएं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि एम्स नई दिल्ली के साथ-साथ देशभर में स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों की सुरक्षा के लिए एम्स परिवार डॉक्टरों के साथ खड़ा है।