Lok Sabha Election 2024: क्या गुजरात में भाजपा के गढ़ को तोड़ पाएंगे पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे? कांग्रेस ने पटेल को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

Lok Sabha Election 2024: क्या गुजरात में भाजपा के गढ़ को तोड़ पाएंगे पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे? कांग्रेस ने पटेल को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
Last Updated: 08 अप्रैल 2024

गुजरात में कांग्रेस के प्रदर्शन को सुधारने और भारतीय जनता पार्टी के गढ़ को तोड़ने के लिए पार्टी ने पूर्व सीएम चिमनभाई पटेल के बेटे सिद्धार्थ कुमार पटेल को टिकट देकर एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी हैं।

अहमदाबाद: गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के गढ़ को तहस-नहस करने और उसके उम्मीदवार को टक्कर देने के लिए कांग्रेस पार्टी ने छाेटे सरदार के बेटे पर बहुत बड़ा दांव खेला है। कांग्रेस ने गुजरात में चुनाव प्रचार की कमान पूर्व मुख्यमंत्री चिमनभाई पटेल के बेटे सिद्धार्थ पटेल के हाथों में सौंपी है। बताय गया है कि सिद्धार्थ पटेल की गिनती कांग्रेस हाईकमान के वफादार नेताओं में की जाती हैं।

जानकारी के मुताबिक सिद्धार्थ पटेल ने गुजरात में प्रदेश कांग्रेस समिति (GPCC) की कमान को बखूबी संभाल चुके हैं। राज्य में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रही कांग्रेस के सामने 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के गढ़ को भेद कर उसे तहस-नहस करने की बड़ी चुनौती है। कांग्रेस पार्टी पिछले दो लोकसभा चुनावों में यहां पर एक भी सीट अपने नाम नहीं कर पाई है। ऐसे में कांग्रेस के लिए करो या मरो की स्थिति बनी हुई हैं।

दो बार बन चूके है विधायक

Subkuz.com की जानकारी के मुताबिक सिद्धाथ कुमार पटेल के पिता और गुजरात के भूतपूर्व सीएम चिमनभाई पटेल को राजनीति में छोट सरदार कह भी पुकारा जाता था। उन्हें नर्मदा का नायक के नाम से भी संबोधित किया जाता है। चिमनभाई पटेल ने मुख्यमंत्री रहते हुए सरदार सरोवर डैम बनाने के लिए बहुत कोशिश की थी। लेकिन वर्ल्ड बैंक ने फंड देने से साफ-साफ मना कर दिया था, तो सरदार ने उस वक्त अपने निजी तौर पर फंड को जुटाया था। सिद्वार्थ पटेल गुजरात में दो बार विधायक के पद पर रह चुके हैं। वे गुजरात में सहकारिता आंदोलन और पार्टी के करता धरता के लिए जाने जाते हैं। वे पिता की तरफ से चलाए गए सामाजिक संस्थाओं को भी आगे बढ़ा रहे हैं। ऐसे में वह समाजसेवा में सक्रिय हैं। वे 1998 और 2007 में चुनाव जीते थे। उन्हें भी कांग्रेस ने उनके पिता की तरह जिम्मेदारी दी हैं।

सीएम के पद पर रहते समय हुई मौत

पार्टी नेताओं ने बताया कि सिद्वार्थ कुमार पटेल गुजरात कांग्रेस पार्टी में सबसे ज्यादा पढ़े लिखे नेताओं में सुमार हैं। गुजरात की राजनीति में चिमन पटेल को कोकम थ्योरी के लिए किये गए काम के लिए भी यादा किया जाता है। उनके पिता चिमनभाई पटेल की मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए 17 फरवरी, 1994 को हार्ट अटैक आने से अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। कांग्रेस पार्टी ने राज्य की कुल 24 लोकसभा सीटाें में से पांच विधासभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पार्टीने ने सिद्वार्थ कुमार पटेल कांग्रेस की कैंपेन कमेटी का प्रमुख नियुक्त किया हैं।

 

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