हरिद्वार लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसलिए मतदाताओं को रिझाने और अपनी पार्टी के लिए वोट मांगने के लिए पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत प्रचार करने में लगा दी है। मंगलौर में लिब्बरहेड़ी चीनी मिल के समीप आयोजित सभा के मंच पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती पहुंचीं तो लोगों ने करीब 10 मिनट तक मायावती जिंदाबाद के नारे लगाए।
मंगलौर: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीख काफी नजदीक आ गई है. इसलिए सभी राजनैतिक दलों ने चुनाव प्रचार करने और जनता को रिझाने में पूरी ताकत झोंक दी है। शनिवार (१४ अप्रेल) को बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती मंगलौर में लिब्बरहेड़ी चीनी मिल के समीप आयोजित सभा में पार्टी प्रत्याशी के लिए वोट मांगने पहुंचीं। मायावती के मंच पर पहुंचते ही लोगों ने मायावती जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया था।
बिना गठबंधन के लड़ रहे चुनाव
Subkuz.com के पत्रकार ने बताया कि सभा के दौरान अपने भाषण में मायावती ने कहां कि लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड से लड़ने वाले बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगने आपके बीच में आई हूं। बसपा ने किसी भी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया। यह अकेले के दम पर ही चुनाव लड़ रही हैं। आपको बहुजन समाज पार्टी के उत्तराखंड से पांचों प्रत्याशियों को भारी मतों से विजय बनाकर लोकसभा भेजना हैं।
मायावती ने कहां कि कार्यकर्ताओं का जोश और जनता के प्यार को देखकर देखकर भरोसा हो गया है कि इस बार चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार भारी मतों से जीत दर्ज करेंगे। भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी दल की कथनी और करनी में काफी अंतर पाया जाता हैं. देश की जनता समझ चुकी हैं कि भारतीय जनता पार्टी में हमेशा दलितों और अन्य पिछड़े वर्गों का शोषण करती है, साथ ही धर्म और जात-पात की राजनीति करती हैं. इस बार भारतीय जनता पार्टी केंद्र में दूर-दूर तक ही नजर नहीं आने वाली नहीं हैं।
बताय कि मोदी की गारंटी फेल हो गई है और भाजपा ने धन्ना सेठ और पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का ही काम किया है। उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार रहने के दौरान हमेशा दलित मजदूर का पूरा ध्यान रखा गया था। कहां कि आदिवासियों एवं अन्य पिछड़े वर्गों का सरकारी नौकरियों में खाली पद अभी भी खाली ही पड़े हैं। भारतीय जनता पार्टी के राज में गरीबों की हालत इतनी ज्यादा खस्ता हो गई है की वह जीने की भी आश छोड़ते जा रहे है. महंगाई और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ता ही जा रहा हैं।