सीएम मोहन यादव ने एक चुनावी जनसभा के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के सरनेम को लेकर तंज कसा हैं. मोहन यादव ने कहा कि भारतीय परंपरा के अनुसार बेटी की शादी होने के बाद उसका सरनेम ससुराल वाला हो जाता है। तो प्रियंका कैसे गांधी हो सकती हैं?
गुणा: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार (27 अप्रेल) को गुणा में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के सरनेम को लेकर निशाना साधा है। मोहन यादव ने कहां कि हमारी परंपरा के मुताबिक बेटी की शादी होने के बाद उसका सरनेम बदल जाता है। लेकिन प्रियंका गांधी अब भी नाम के आगे कैसे गांधी लगाती हैं? ये सब दिखावटी गांधीवादी लोग हैं। जो केवल गांधी के नाम का उपयोग वोट बटोरने के लिए करते हैं।
मोहन यादव ने जनता को किया संबोधित
जानकारी इ मुताबिक सीएम मोहन कुमार यादव ने ग्वालियर लोकसभा प्रत्याशी भारत कुमार सिंह कुशवाह के समर्थन में करैरा तथा गुना-शिवपुरी प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में बदरवास में आयोजित जनसभा में शामिल होकर अपने भाषण से जनता को संबोधित किया। उन्होंने भाषण में कहां कि सात मई को जनता की अंगुली में भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र आ जाएगा और आप लोगों को इस सुदर्शन चक्र से कांग्रेस पार्टी के हाथ काट कर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को बारी मतों से जीत दिलानी है। सीएम ने कहां कि आपकी और मेरी इज्जत रखने के लिए आप लोगों को भाजपा को विजय बनाना हैं।
सिंधिया राजवंश के राजाओं ने धर्म की रक्षा लकरते हुए बलिदान दिया - मोहन यादव
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने भाषण में पार्टी उम्मीदवार का समर्थन करते हुए कहां कि जब देश में मुगल शासन विराजमान था तब देश के मंदिरों को तहस-नहस किया जा रहा था। उस समय उज्जैन में बने हुए सभी मंदिर को तोड़ दिया गया और मंदिरों का इतिहास केवल कागजों में स्थापित रह गए थे, धरातल पर कही भी कोई मंदिर नहीं बचा था। उस काल के दौरान सिंधिया राजवंश के राजाओं ने अपनी जान की परवाह किए बिना धर्म की रक्षा के लिए इन मंदिरों का पुनः निर्माण करवाया और सभी त्योहार और उत्सव मनाने के लिए जनता को पर्याप्त धनराशि भी उपलब्ध करवाई थी। इसलिए हम सब को एक बार फिर से पुराना इतिहास दौरान है और गुना-शिवपुरी भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को वोट देकर जीताना हैं।