Lok Sabha Election 2024: गौतमबुद्ध नगर में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर, उम्मीदवार को लग रहा हार का डर

Lok Sabha Election 2024: गौतमबुद्ध नगर में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर, उम्मीदवार को लग रहा हार का डर
Last Updated: 24 अप्रैल 2024

गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर 26 अप्रैल को उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। इस सीट पर सभी राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई हैं. साथ ही इन सभी उम्मीदवार को हार का डर भी सत्ता रहा हैं।

ग्रेटर नोएडा: गौतमबुद्ध नगर के चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों को हार के साथ-साथ प्रतिष्ठा जाने का भी डर सत्ता रहा है। दिग्गज के लिए अपनी-अपनी बिरादरी और गोत्र क्षेत्र में अपनी पार्टी के प्रत्याशी को कितना वोट दिलाने सकते है, यह उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इस चुनाव के माध्यम से ही उनका भविष्य में पार्टी में पद तय होगा। सूत्रों ने Subkuz.com को बताया कि पार्टियों का नेतृत्व इन सभी दिग्गज नेताओं की मानीटरिंग कर रहा है। इसकी आखरी रिपोर्ट बनाकर हाईकमान के पास भेजी जाएगी।

नागर गोत्र के वोट सपा के पक्ष में

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र कुमार नागर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र कुमार सिसोदिया भाजपा के स्टार प्रचारक रूप में काम कर रहे हैं। गौतमबुद्ध नगर की सीट पर इन दोनों दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। समाजवादी प्रत्याशी डॉक्टर महेंद्र कुमार नागर भी नागर गोत्र से विलोम करते हैं। ऐसे में नागर गोत्र के वोट सपा की तरफ खिसकने का डर भाजपा को को बेचैन कर रहा है। इसी वजह से सोमवार (२२ अप्रेल) को सुरेंद्र कुमार नागर ने दुजाना गांव में एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया था। नागर जाति के कम वोट मिलने पर भविष्य में सुरेंद्र कुमार नागर के पार्टी पद पर बुरा असर पड़ेगा। दादरी विधायक तेजपाल कुमार नागर के लिए भी एहि सबसे बड़ी चुनौती होगी।

गुर्जरों के नेता है नरेंद्र भाटी

बताया कि पूर्व मंत्री व विधान परिषद सदस्य नरेंद्र कुमार भाटी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गुर्जरों के प्रमुख नेता हैं। भाटी गोत्र में उनका बड़ा बोल बाला है। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉक्टर महेश कुमार शर्मा को गुर्जर जाति के वोट दिलाने के लिए उन्होंने दनकौर क्षेत्र में सोमवार (२२ अप्रेल) को गुर्जरों की बड़ी जनसभा का आयोजन कराया था।

भारतीय जनता पार्टी हाईकमान ने नरेंद्र कुमार भाटी गौतमबुद्ध नगर के साथ बुलंदशहर के वोट दिलाने की भी जिम्मेदारी सौंप दी है। अब देखना यह है कि दोनों जगह नरेंद्र कुमार भाटी गुर्जरों के कितने वोट पार्टी को दिलवा पाते हैं, उसके बाद ही भविष्य में उनका पार्टी में पद निश्चित किया जाएगा।  गत विधानसभा चुनाव में नोएडा से भाजपा विधायक पंकज कुमार सिंह तकरीबन 67 प्रतिशत वोट लेकर विजय हासिल की थी।

बसपा प्रत्याशी राजेंद्र सोलंकी

बहुजन समाज पार्टी के महानगर अध्यक्ष नरेश कुमार उपाध्याय को अपनी जाति के साथ बसपा प्रत्याशी राजेंद्र कुमार सोलंकी को नोएडा में ज्यादा से ज्यादा वोट दिलवाना सबसे बड़ी चुनौती है। ठाकुरों में मजबूत पकड़ रखने वाले जेवर विधायक धीरेंद्र कुमार सिंह की प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठ सकते है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ठाकुरों को साधने के लिए सतेंद्र कुमार सिसोदिया को क्षेत्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।

बताया ठाकुर जाति के लोगों की नाराजगी दूर करके धीरेंद्र कुमार सिंह और सतेंद्र कुमार सिसोदिया कितने वोट पार्टी प्रत्याशी महेश कुमार शर्मा को दिलवा पाते हैं। बसपा में पूर्व मंत्री करतार कुमार नागर की नबहुत मजबूत पकड़ है। पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने सतवीर कुमार नागर को चुनाव मैदान में उतारा था। उस चुनाव में सतवीर नागर ने लगभग पांच लाख वोट प्राप्त किए थे। अब यह देखना होगा कि दोनों पार्टी प्रत्याशी राजेंद्र कुमार सोलंकी के पक्ष में वोट को साधने में कितनी हद तक सफलता मिलती हैं।

Leave a comment