कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रायबरेली से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया है और गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले अमेठी निर्वाचन क्षेत्र से गैर कांग्रेसी उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। 25 वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब गांधी परिवार को छोड़कर कोई गैर कांग्रेसी सदस्य अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरा हैं।
रायबरेली: उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट को लेकर चल रही तमाम कौतूहल और कयासों पर ब्रेक लगाते हुए शुक्रवार (4 मई) सुबह कांग्रेस ने रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से गैर कांग्रेसी किशोरी लाल शर्मा के नाम की घोषणा की। गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले अमेठी निर्वाचन क्षेत्र में 25 साल के इतिहास में पहली बार गांधी परिवार का कोई भी सदस्य चुनाव मैदान में नहीं उतरा है। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण की नामांकन प्रक्रिया के आखिरी दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रायबरेली से नामांकन किया और उनको टक्कर देने के लिए भारतीय जनता पार्टी से प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह मैदान में उतरे हैं। अमेठी से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के सामने कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा हैं।
रायबरेली से अजेय रही सोनिया गांधी
जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी ने रायबरेली से वर्ष 2004 में चुनाव लड़कर विजय हासिल की थी। उसके बाद 2006 के उपचुनाव, 2009, 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में लगातार जीत हासिल की। वर्ष 1967 में इंदिरा गांधी ने रायबरेली ने पहली बार चुनाव लड़ा और जीत के साथ खाता खोला। उसके बाद साल 1971 के चुनाव में भी जीत हासिल की, लेकिन 1977 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद 1980 में एक बार फिर से रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़कर जीत हासिल की।
राहुल ने नामांकन के बाद की पारंपरिक पूजा
जानकारी के मुताबिक गांधी परिवार का कोई भी सदस्य जब लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन करने जाता है तो सबसे पहले केंद्रीय कार्यालय पहुंचकर पूजा-अर्चना करता है। उसी परंपरा को निभाने के लिए राहुल के नामांकन से पूर्व पूजा करने का कार्यक्रम केंद्रीय कार्यालय में रखा गया था, लेकिन रास्ते में अधिक जाम होने के कारण उन्होंने पहले नामांकन किया उसके बाद पूजा-अर्चना की।
अधिकारी ने Subkuz.com को बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी करीब दो-सवा दो बजे नामांकन करने के लिए कलेक्ट्रेट में पहुंचे। उन्होंने चार सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मोहम्मद खान इलियास, पूर्व विधायक अजय कुमार सिंह और कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज कुमार तिवारी तथा सुशील कुमार पासी उनके प्रस्तावक बने। वापसी के दौरान राहुल और प्रियंका एक गाड़ी में तथा सोनिया, मल्लिकार्जुन खरगे और रॉबर्ट वाड्रा दूसरी गाड़ी में एक साथ पूजा करने गए थे।
कांग्रेस ने अमेठी से किशोरी लाल पर खेला दांव
कांग्रेस पार्टी ने अमेठी लोकसभा सीट से गांधी परिवार के किसी भी सदस्य को चुनाव मैदान में नहीं उतारा है. उन्होंने किशोरी लाल शर्मा को उम्मीदवार बनाकर उनपर अटूट विश्वास दिखाया है. किशोरी लाल ने चार सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया है। नामांकन से पहले प्रियंका रोड शो करने के लिए रथ पर सवार हुईं और भाषण देते हुए कहां कि किशोरी लाल ने बीते 40 वर्ष में अमेठी की गली-गली गांव-गांव और शहर की सभी समस्याएं और मुश्किलों के बारे में जानकारी इकठा की हैं। इन्होंने लगातार 40 वर्ष से अमेठी की दिल से सेवा की है। इसी विश्वास के साथ कांग्रेस ने इन्हें लोकसभा का प्रत्याशी घोषित कर नामांकन करवाया हैं।