महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को आयोजित किए जाएंगे, जबकि सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना 23 नवंबर को होगी। इसी बीच, आज महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट से अपना नामांकन पत्र भरा।
Maharashtra: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने छठी बार टिकट देने के लिए भारतीय जनता पार्टी और उसके शीर्ष नेताओं का धन्यवाद किया।
फडणवीस ने कहा, "मुझ पर विश्वास जताने और छठी बार टिकट प्रदान करने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि लोग मुझे अपना आशीर्वाद देंगे।"
कांग्रेस आरक्षण के खिलाफ है - देवेंद्र फडणवीस
नागपुर दक्षिण-पश्चिम सीट से नामांकन दाखिल करने के बाद, देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस आरक्षण और अंबेडकर के आदर्शों के खिलाफ है। राहुल गांधी ने विदेशों में आरक्षण के खिलाफ बातें की हैं, और नेहरू जी तथा इंदिरा जी ने भी ऐसा ही किया था।"
फडणवीस ने आगे कहा कि नाना पटोले ने राहुल गांधी को समर्थन दिया है, जो इस बात को साबित करता है कि कांग्रेस अंबेडकर के सिद्धांतों का पालन नहीं करती। उन्होंने यह भी कहा, "जब तक भाजपा सत्ता में है, वह किसी को भी आरक्षण को छूने नहीं देगी।"
नामांकन से पहले, फडणवीस ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक रोड शो भी किया। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे, और सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना 23 नवंबर को होगी।
मुख्य चुनावी मुकाबला सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन (भाजपा, शिंदे गुट की शिवसेना, और अजित पवार की एनसीपी) और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार गुट), और कांग्रेस) के बीच होगा। मतदान की तारीखें नजदीक आते ही दोनों गुटों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
डिप्टीसीएम बारामती सीट से लड़ेंगे चुनाव
अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार बारामती विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे।
2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 सीटें और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं। इस बार का चुनाव सभी दलों के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महा विकास अघाड़ी के बीच तीखी प्रतिस्पर्धा के चलते।
महायुति गठबंधन के नेताओं की अहम बैठक
गुरुवार को दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, अजित पवार, चंद्रशेखर बावनकुले, प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और अन्य नेता शामिल हुए। तीनों पार्टियों ने पहले ही अपने उम्मीदवारों की शुरुआती सूची जारी कर दी थी, लेकिन 106 सीटों पर अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई थी। इनमें से 20 से 25 सीटें विवादित थीं, जिन पर तीनों पार्टियों ने अपने-अपने दावे किए थे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य इन विवादों को सुलझाना था।
सूत्रों के अनुसार, सीटों के बंटवारे के मुद्दे को सुलझाने के लिए महायुति के घटक दल कुछ सीटों की अदला-बदली करने पर सहमत हुए हैं। भाजपा द्वारा एनसीपी के लिए कुछ सीटें छोड़ने की संभावना है, जबकि एकनाथ शिंदे भी कुछ सीटें छोड़ सकते हैं, जिन पर शिवसेना ने 2019 में चुनाव लड़ा था। अमित शाह के साथ बैठक में अधिकांश सीटों पर सहमति बन गई, लेकिन कुछ सीटों पर अभी भी निर्णय बाकी है।