स्वदेशी जनजातीय नेताओं के मंच (आईटीएलएफ) ने रविवार रात आरोप लगाया कि जिरीबाम में शनिवार रात हमलावरों ने कम से कम पांच चर्च, एक स्कूल, एक पेट्रोल पंप और आदिवासियों के 14 घरों को जला दिया।
Manipur: मणिपुर के जिरीबाम जिले में रविवार रात कई राजनीतिक दलों के कार्यालयों में आगजनी की घटनाएं हुईं, जबकि शनिवार को छह शवों की बरामदगी के बाद इलाके में व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। इस स्थिति को देखते हुए सेना और संयुक्त सुरक्षा बलों ने रविवार रात इंफाल में फ्लैग मार्च किया।
आगजनी और हमले की घटनाएं
स्वदेशी जनजातीय नेताओं के मंच (ITLF) ने आरोप लगाया कि जिरीबाम में शनिवार रात कम से कम पांच चर्च, एक स्कूल, एक पेट्रोल पंप और आदिवासियों के 14 घरों को प्रतिद्वंद्वी समुदाय के हमलावरों ने जला दिया। आईटीएलएफ ने सुरक्षा बलों की नाकामी पर भी सवाल उठाया, जिनके द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद हमलावरों के खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई।
सुरक्षा बलों का फ्लैग मार्च
सुरक्षा बलों के फ्लैग मार्च के बाद, रविवार को बराक नदी से एक महिला का शव बरामद किया गया, जो जिरीबाम की सीमा पर स्थित थी। शव की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिरीबाम में फिर से तनाव फैल गया। प्रदर्शनकारियों ने राजनीतिक दलों के कार्यालयों को जला दिया, जिससे हिंसा और बढ़ गई।
राजनीतिक नेताओं के घरों पर हमले
विरोध प्रदर्शन के दौरान, भीड़ ने मंत्रियों और विधायकों के घरों पर हमला किया और उन्हें आग लगा दी। पुलिस ने 25 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से हथियार, गोला-बारूद और मोबाइल फोन बरामद किए। इस हिंसा में 15 से अधिक लोग घायल हो गए।
कर्फ्यू और इंटरनेट सेवा निलंबन
प्रदर्शन और हिंसा के बढ़ने के बाद, प्रशासन ने इम्फाल घाटी के विभिन्न जिलों में कर्फ्यू लगा दिया और मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया। सात जिलों में दो दिन तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहने का आदेश दिया गया है।
छह शवों का पोस्टमार्टम
जिरीबाम में 11 नवंबर से लापता छह महिलाओं और बच्चों के शवों की पहचान की जा रही है। शवों को असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भेजा गया, जहां उनका पोस्टमार्टम किया गया।