एक बीमार 48 वर्षीय यात्री को मुंबई में एक रेलवे स्टेशन पर चिकित्सा सहायता नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई. इस मामले के आरोप में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया हैं।
मुंबई: ट्रेन के सामान रखने वाले डिब्बे में एक व्यक्ति का मृत शरीर मिलने के बाद मुंबई रेलवे प्रशासन हैरान (Shock) हो गए। छानबीन के दौरान कई रेलवे स्टेशन के लगभग 120 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. पुलिस को जांच में पता चला कि 14 फरवरी को वह व्यक्ति सेवरी से एक ट्रेन में सवार होकर मस्जिद इलाके में अपने कार्यस्थल पर जाने के लिए रे रोड स्टेशन पर उतरा लेकिन वहां पर वह थोड़ा बेचैन (असहज महसूस) कर रहा था।
CCTV फुटेज में दिखा मामले का सच
Subkuz.com के पत्रकार के अनुसार पुलिस ने सीसीटीवी में फुटेज देखा कि मृतक व्यक्ति (अलाउद्दीन मुज्जाहिद, उम्र - 48 वर्ष) 14 फरवरी दिन सेवरी से एक ट्रेन में बैठकर मस्जिद इलाके में अपने कार्यस्थल (एक कपडे की दुकान) पर जाने के लिए रे रोड स्टेशन पर उतरा था. वहां पर वह थोड़ा असहज सा महसूस कर रहा था. वह बेचैन होकर रे रोड स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर रखी एक बेंच पर जाकर बैठे गया था।
जानकारी के अनुसार अधिकारी ने बताया कि बैठे-बैठे वह अचानक बेंच से नीचे गिर गया। तथा कुछ समय बाद स्टेशन पर ड्यूटी के दौरान तैनात दो पुलिसकर्मी उस व्यक्ति का चेकअप (Test) करते नजर आ रहे थे. दोनों पुलिस वालों ने पूछताछ में बताया कि हमें ऐसा लगा की वह व्यक्ति नशे का आदी है और शराब के नशे में गिर गया होगा। इसलिए उसे उठाकर लोकल ट्रेन के लगेज कंपार्टमेंट में डाल दिया।
ट्रेन के डिब्बे में मृत मिला व्यक्ति
अधिकारी ने मीडिया को बताया कि रेलवे पुलिस के निरंतर छानबीन के चलते अगले दिन गोरेगांव स्टेशन पर एक ट्रेन के सामान रखने वाले डिब्बे में उस व्यक्ति की बॉडी मिली। प्रशासन ने बोरीवली रेलवे पुलिस में दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज कराकर मामले की तहकीकात शुरू कर दी। गोरेगांव स्टेशन से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस तक लगभग 110 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को देखने के बाद पता चला की वह व्यक्ति रे रोड स्टेशन पर अचानक नीचे गिर गया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद किया निलंबित
जानकारी के अनुसार बॉडी का पोस्टमार्टम करवाया गया, जिसकी रिपोर्ट में पता चला की व्यक्ति की मौत ब्रेन हेमरेज से हुई है. अधिकारी ने बताया कि उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक 18 साल का बेटा है और वह शिवड़ी इलाके में रहने वाला था. अधिकारीयों ने कहां कि पुलिस कांस्टेबल विजय कुमार खांडेकर और महाराष्ट्र सुरक्षा बल के पुलिसकर्मी महेश कुमार अंडाले व्यक्ति को चिकित्सा सुविधा देते, तो उसकी जान को बचा सकते थे।
अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को गुरुवार को निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ लापरवाही और अन्य प्रावधानों के कारण व्यक्ति की मौत के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा के तहत दोनों पुलिस कर्मी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।