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उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद में न्याय यात्रा के दौरान गरजे राहुल, कहां- मोदी की ED और CBI से हम नहीं डरते

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उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद में न्याय यात्रा के दौरान गरजे राहुल, कहां- मोदी की ED और CBI से हम नहीं डरते

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन एवं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने शनिवार (24 फरवरी) को मुरादाबाद में "भारत जोड़ो न्याय यात्रा" निकाली। मेरी यात्रा का उद्देश्य नफरत की दुकान बंद कर मोहब्बत का पैगाम देना है. लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जनता का ध्यान बांटकर जनता की जेब से अडानी-अंबानी की तिजोरी भर रहे है. मोदी और अमित शाह के विरुद्ध विपक्षी दल आवाज उठाते है तो उन्हें ईडी और सीबीआइ का डर दिखाकर मुंह बंद कर देते हैं।

राहुल गांधी और उनकी बहन  प्रियंका वाड्रा ने कहां कि हम नफरत की दुकान बंद कराने के लिए मोहब्बत का पैगाम लेकर निकले है. मोदी और शाह की ईडी (Directorate of Enforcement) -सीबीआइ (Central Bureau of Investigation) की धमकी से हम नहीं डरते है. जातीय जनगणना कराने की मांग को लेकर देश की 90 प्रतिशत आबादी की भागेदारी की लड़ाई लड़ रहे हैं।

युवक के उदहारण से मोदी पर की टिपप्णी

Subkuz.com की मीडिया के अनुसार शनिवार को "भारत जोड़ो न्याय यात्रा" के समापन के दौरान राहुल गांधी संभल चौराहे पर जनसभा को संबोधित करते हुए यात्रा की भीड़ में शामिल एक युवक (आयुष कौशिक) को अपने वाहन (गाड़ी) के बोनट पर खड़ा करके उसे दांये देखने और बांये देखने के बाद नीचे देखने के लिए कहां था. लेकिन आयुष कुछ नहीं समझ पाया कि राहुल क्या कहना चाहते हैं।

राहुल ने बताया कि जब किसी की जेब काटनी हो तो उसका ध्यान इसी तरह भटकाया जाता है, प्रधानमंत्री मोदीजी भी ऐसा ही करते है. वे कभी बालीवुड की बात करते है, तो कभी कुछ और बात करते है. इसी बात का फायदा उठाकर अडानी और अंबानी देश को लूट कर अपनी जेब भर रहे है. हवाई अड्डों और  हिमाचल के सेब की खेती पर मोदी के दोस्तों का कब्जा है. तथा अडानी को हथियारों का ठेका दे दिया हैं।

विपक्ष के विरोध पर दिखाते है, ED-CBI का डर

राहुल ने कहां कि मोदीजी धर्म के नाम पर लोगों लड़ा रहे है. विपक्ष का नेता आवाज उठाता है तो अमित शाह डंडा लेकर पीछे खड़े रहते है साथ ही उन्हें ईडी और सीबीआइ का डर दिखाते है. राहुल गांधी ने बताया कि देश में 50 प्रतिशत पिछड़े, 15 प्रतिशत अल्पसंख्यक, 15 प्रतिशत दलित और 8 प्रतिशत आदिवासी समाज के लोग रहते है. दो प्रतिशत अन्य शोषित समाज के लोगों को जोड़कर देश में कहीं भी छोटे समाज के लोगों की भागीदारी नहीं हैं।

राहुल गांधी ने बताया कि देश की सबसे बड़ी कंपनियों के मालिकों में से एक भी 90 प्रतिशत आबादी में से नहीं है. न्यायालयों, सरकार की बड़ी संस्थाओं और  मीडिया में इस आबादी की भागेदारी कही भी दिखाई नहीं देती। लेकिन मनरेगा मजदूरों की सूची में इनकी भागेदारी जरूर होती है. समाज के लोगों की भागेदारी सुनिश्चित करने के लिए जातीय जनगणना कराना अतिआवश्यक है. राहुल गांधी ने कहां कि कन्या कुमारी से कश्मीर तक चार हजार किलोमीटर की यात्रा के दौरान आम आदमी के साथ चला हूं. हमने इस यात्रा से नफरत को मिटाकर मोहब्बत का पैगाम दिया हैं।

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