आदित्य ठाकरे ने नागपुर हिंसा पर शक जताते हुए कहा कि फडणवीस सरकार में ही कोई साजिश रच रहा हो सकता है। NIA ने जांच शुरू की, संदिग्धों की तलाश जारी।
Nagpur Violence: शिवसेना (यूबीटी) के विधायक और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने नागपुर हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने शक जताया है कि देवेंद्र फडणवीस सरकार में ही मौजूद कोई नेता इस हिंसा के पीछे हो सकता है। आदित्य ठाकरे ने सवाल उठाया कि क्या मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के लिए सरकार में ही मौजूद कुछ तत्व साजिश रच रहे हैं? उनका कहना है कि सरकार के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, और इस पूरे मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए।
हिंसा का असर निवेश और उद्योग पर पड़ेगा – आदित्य ठाकरे
आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि जब मुख्यमंत्री फडणवीस दावोस में महाराष्ट्र में निवेश लाने का प्रयास कर रहे हैं, तब इस तरह की हिंसा का सीधा असर उद्योग, निवेश और पर्यटन पर पड़ सकता है। खासकर जब नागपुर खुद मुख्यमंत्री का गृह नगर है, तो इससे उनकी छवि को नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने कहा, "अगर सरकार के अंदरूनी मतभेद इस हिंसा के पीछे हैं, तो इसकी जांच अनिवार्य होनी चाहिए।"
नागपुर हिंसा से जुड़े संदिग्धों की तस्वीरें सामने
नागपुर हिंसा में शामिल कुछ संदिग्धों की तस्वीरें सामने आई हैं। ये तस्वीरें हिंसा से पहले शिवाजी चौक की हैं, जहां संदिग्ध अलग-अलग दिखाई दिए। इनमें से कई फोन पर बात कर रहे थे और बाइक व स्कूटी पर सवार थे। कुछ ने अपने चेहरे को कपड़े से ढका हुआ था। पुलिस ने इनमें से कुछ को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जारी है।
NIA द्वारा नागपुर हिंसा की जांच शुरू
सूत्रों के मुताबिक, नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम ने नागपुर हिंसा के प्रभावित इलाकों का दौरा किया है। इसके साथ ही टीम ने औरंगजेब की कब्र और उसके आसपास के इलाकों का निरीक्षण भी किया है। माना जा रहा है कि इस हिंसा के पीछे कोई संगठित साजिश हो सकती है, जिसकी जांच तेजी से की जा रही है।