दिल्ली में आम आदमी पार्टी के मंत्री राजकुमार आनंद ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी को भ्रष्ट बताया है। आप सरकार के एकलौते दलित कैबिनेट मंत्री राजकुमार आनंद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया हैं।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव होने के आखरी समय में आम आदमी पार्टी के लिए बुरी खबर सामने आई है. दिल्ली सरकार की कैबिनेट में इकलौते दलित मंत्री राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पार्टी सूत्रों ने बताया कि यह एक अपवाद जनक बात है लेकिन दस साल के इतिहास पहली बार कैबिनेट के किसी सदस्य ने मंत्री पद को छोड़ने के साथ ही पार्टी के कामकाज को लेकर भी सवाल उठाए।
दो घंटे में बदल गए हालात
जानकारी के अनुसार ईडी और सीबीआई के मामलों को लेकर पिछल एक साल से आम आदमी पार्टी के कई नेता उलझे हुए है. उनके लिए सबसे की सबसे बड़ी चुनौती पूरी पार्टी को एकजुट रखकर राज करने की है। सूत्रों ने Subkuz.com को बताया कि आम आदमी पार्टी को तोड़ने के लिए अन्य पार्टीया पूरी कोशिश कर रही हैं।
जानकारी के अनुसार पार्टी के मुख्य नेता आनंद कुमार ने इस्तीफा देने से दो घंटे पहले बिलकुल समान्य थे, उन्होंने पार्टी को ऐसे कोई संकेत नहीं दिया था। उन्होंने इस्तीफे से दो घंटे पहले सांसद संजय कुमार सिंह के माध्यम से टविट करके आरोप लगाया कि तिहाड़ जेल के पुलिस अधिकारी केंद्र सरकार के दबाव में आकर काम कर रहे हैं और पंजाब के मुख्यमंत्री को भी दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल जी से मिलने नहीं दे रहे।
डरकर छोड़ जाते है पार्टी को
जानकारी के अनुसार पार्टी के सांसद संजय कुमार सिंह और मंत्री सौरभ कुमार भारद्वाज ने मीडिया को बयान देते हुए साफ-साफ कहां कि पार्टी एकजुट होकर काम कर रही है और एकाध लोग पार्टी में ऐसे है जो केंद्र सरकार के डर पार्टी को छोड़कर चले जाते हैं लेकिन बाकी लोग एकसूत्र में बंदे हुए हैं। लेकिन पार्टी के लिए सबसे बड़ी यह है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल और पार्टी के दो बड़े-बड़े नेता व पूर्व मंत्री सलाखो के पीछे हैं। इसके अलावा पार्टी के कुछ और नेताओं को भी ईडी के द्वारा पूछताछ के लिए समन मिल रहा हैं।