भारत लगातार अपनी सेना की ताकत को बढ़ाने के लिए लगातार नए-नए किस्म के मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है। इसी क्रम में मंगलवार (२३ अप्रेल) रात को तककरीब 7:00-7:30 बजे मध्यम दूरी की 'बैलिस्टिक मिसाइल' का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया।
बालासोर: भारत लगातार अपनी सेना के लिए मिसाइली ताकत को बढ़ाने में लगा हुआ है। इस दौरान लगातारा नए-नए प्रकार की मिसाइलों को दाग कर उनका सफलतापूर्वक परीक्षण कर रहा है। इसी क्रम मंगलवार रात तककरीब 7:00-7:30 बजे मध्यम दूरी भेदने वाले 'बैलिस्टिक मिसाइल' के नए संस्करण का सफलतापूर्वक परिक्षण कर लिया गया। यह मिसाइल जांच के दौरान अपने सभी मानकों पर सत्य साबित हुई हैं।
Subkuz.com के पत्रकार ने बताया कि मंगलवार को हुए इस प्रक्षेपण को स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड के आधार पर किया गया। बताया कि परीक्षण के दौरान दी गई कमांड परिचालनकी क्षमता एकदम सटीक बैठ रही थी। यह मिसाइल नई प्रौद्योगिकी के सभी मानकों पर सत्य साबित हुई. 'बैलिस्टिक मिसाइल' का परीक्षण 'ओडिशा के तटवर्तीय प्रक्षेपण केंद्र अब्दुल कलाम द्वीप' से किया गया।
पहले भी किया गया कई अत्याधुनिक मिसाइलों का सफल परीक्षण
अधिकारी ने बताया इस मिसाइल के पहले भी भारत ने कई प्रकार के अत्याधुनिक मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था. नए किस्म के मिसाइल में समय की मांग के साथ नई-नई किस्म और अत्याधुनिक बनाने के लिए उनमे उसी प्रकार के पुर्जे लगाए जाते हैं। पुरानी मिसाइल हो या बैलिस्टिक सीरीज की या फिर क्रूज सीरीज की इन सभी प्रकार की मिसाइल में नए-नए पुर्जे डालकर उन्हें अत्याधुनिक और ताकत से भरपूर बनाया जा रहा हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जल्द ही और कई प्रकार की अत्याधुनिक और नए किस्म से भरपूर बैलिस्टिक और क्रूज सीरीज की मिसाइल का परीक्षण भारत का रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑर्गैनाइज़ेशन - डीआरडीओ) करने वाला है। बताया कि सुबह और दोपहर के समय मिसाइलों के सफल परीक्षण होने के बाद भारत अब मुख्यतः रात के समय बैलिस्टिक और क्रूज सीरीज की मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण करने में लगा हुआ हैं।