लोकसभा चुनाव-2024: पंजाब में राजनीति के तीखे तेवर, BSP ने SAD से तोडा गठबंधन, अब किसान आंदोलन खत्म होने का इंतजार

लोकसभा चुनाव-2024: पंजाब में राजनीति के तीखे तेवर, BSP ने SAD से तोडा गठबंधन, अब किसान आंदोलन खत्म होने का इंतजार
Last Updated: 18 फरवरी 2024

लोकसभा चुनाव-2024: पंजाब में राजनीति के तीखे तेवर, BSP ने SAD से तोडा गठबंधन, अब किसान आंदोलन खत्म होने का इंतजार 

पंजाब में राजनीतिक हालात लोकसभा चुनाव करीब आते-आते बदलते जा रहे है. पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन सिर नहीं चढ़ पाया और अब बहुजन समाज पार्टी ने शिरोमणि अकाली दल के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया है. पंजाब में राजनीतिक हालात बदल रहे है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अकाली दल के साथ गठबंधन बनाने की तैयारी कर रही थी, लेकिन किसान आंदोलन शुरू हो गया।

Subkuz.com को पार्टी के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर सारी बातें हो चुकी है. अब किसानी संघर्ष के खत्म होने का इंतजार है. गुरुवार को शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी के दौरान पार्टी के प्रवक्ता डॉ. दलजीत चीमा ने कहां कि गठबंधन को लेकर भाजपा नेताओं के साथ बैठक हो चुकी है. अकाली दल किसान आंदोलन के बीच गठबंधन करने का जोखिम नहीं ले सकती है. क्योंकि किसान ही पार्टी का सबसे मजबूत वोट बैंक  हैं। 

आंदोलन के चलते रोकी 'पंजाब बचाओ यात्रा'

शिरोमणि अकाली दल के एक वरिष्ठ नेता ने Subkuz.com को बताया कि ‘किसान आंदोलन' की टाइमिंग को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह सारा कुछ आम आदमी पार्टी द्वारा गठबंधन को तोड़ने के लिए किया गया है. नेता ने बताया कि आंदोलन के कारण 'पंजाब बचाओ यात्रा' को रोकना पड़ा और अब  गठबंधन भी अधर में लटक गया हैं।

पार्टी के नेताओं ने कहां कि भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल 25 वर्षों से सरकार में और विपक्ष में एक साथ है. इसलिए गठबंधन जब भी होगा  आपस में तालमेल बैठाने में दिक्कत नहीं होगी। नेताओं ने बताया कि पंजाब में कांग्रेस ही एक मात्र ऐसी पार्टी है, जिसका शहर और गांव में सामान्य वोट बैंक है. बताया कि आम आदमी पार्टी को 2022 के विधान सभा चुनाव में शहरी और  ग्रामीण क्षेत्रों से वोट मिले थे लेकिन आम आदमी पार्टी की असली परीक्षा 2024 के लोक सभा चुनाव में होगी।

 

 

 

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