राजस्थान उपचुनाव 2024: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी ने अपने नेताओं के दौरे निर्धारित किए हैं। इस संदर्भ में, आज केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल खींवसर का दौरा करेंगे।
राजस्थान उपचुनाव 2024: राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने वाले हैं। इससे पहले सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार हैं। प्रत्येक सीट के लिए नेताओं और मंत्रियों के दौरे तय किए जा रहे हैं, ताकि उस सीट पर बेहतर प्रभाव डालने वाले नेताओं को वहां भेजा जा सके।
दीपावली के बाद से यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसमें केंद्रीय मंत्री, राज्य के दोनों डिप्टी सीएम, कैबिनेट मंत्री और बड़ी संख्या में विधायक सक्रिय रूप से मैदान में उतर चुके हैं। वर्तमान सांसद और पूर्व सांसद भी चुनावी सभाओं के दौरे कर रहे हैं, सभी जीत के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं।
किसे कहां भेजा गया?
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री श्रवण सिंह बगड़ी ने नेताओं के दौरे की सूची जारी की है। आज केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को खींवसर में भेजा गया है, जबकि डिप्टी सीएम दीया कुमारी का दौरा अलवर की रामगढ़ विधानसभा सीट पर निर्धारित किया गया है।
इसके अलावा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और बीजेपी ने आगामी राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है और पार्टी के नेताओं को विभिन्न सीटों पर जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके तहत, हरियाणा प्रभारी डॉ. सतीश पूनियां को झुंझुनूं, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को दौसा, कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी को चौरासी, कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ को खींवसर,
कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत को सलूंबर, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत को झुंझुनूं, विधायक जितेंद्र गोठवाल को खींवसर, विधायक सुरेंद्र सिंह को सलूंबर, विधायक दीप्ती महेश्वरी को सलूंबर, विधायक सभाराम गरासिया को सलूंबर, पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी को दौसा और पूर्व सांसद सुमेधानन्द सरस्वती को झुंझुनूं की जिम्मेदारी दी गई है।
चुनाव प्रचार की रफ्तार होगी तेज
सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार तेजी से बढ़ने लगा है। राजस्थान बीजेपी अपनी पूरी टीम को चुनावी प्रचार में सक्रिय कर रही है। आने वाले दो दिनों में राजनीतिक गर्माहट और बढ़ने की उम्मीद है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने भी अपने नेताओं को प्रचार-प्रसार के लिए मैदान में उतार दिया है।