गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में आतंकवाद कम हुआ, पत्थरबाजी बंद हुई और लाल चौक पर तिरंगा गर्व से लहराया जाता है।
Amit Shah: शुक्रवार को राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 को अलगाव का मुख्य कारण बताया। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद कश्मीर में आतंकवाद की घटनाओं में कमी आई है। पत्थरबाजी पूरी तरह से बंद हो गई है और अब वहां कोई हड़ताल नहीं होती। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2024 में अब तक एक भी पथराव की घटना दर्ज नहीं की गई है।
सिनेमा हॉल से लेकर अंतरराष्ट्रीय बैठक तक – कश्मीर में बड़ा बदलाव
गृह मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार ने कश्मीर में बंद पड़े सिनेमा हॉल को दोबारा खोला और वहां जी-20 की बैठक सफलतापूर्वक आयोजित की गई। इसके अलावा, पठानकोट में नाका परमिट को भी खत्म कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एंटी करप्शन ब्यूरो का गठन किया गया, जिससे भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सकी है। पहले की सरकारों का रवैया ढीला था और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए कोई सख्त कानून नहीं था। अब भ्रष्टाचार की संख्या लगभग शून्य हो चुकी है।
आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख – अब तिरंगे से गूंजता है लाल चौक
गृह मंत्री ने कहा कि पहले आतंकियों के मारे जाने पर जुलूस निकाले जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होता। उरी हमले का बदला 10 दिनों के भीतर लिया गया। उन्होंने साफ कहा कि आतंकियों के परिजनों को नौकरी देना पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अब श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा शान से लहराता है और किसी को भी देशविरोधी गतिविधियों की छूट नहीं दी जाती।
शांतिपूर्ण चुनाव और सुरक्षा में बड़ा सुधार
अमित शाह: अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में बड़ा बदलाव
गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री ने बताया कि इस बार जम्मू-कश्मीर में चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण हुए और एक भी गोली नहीं चली। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य की सुरक्षा और विकास के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, जिससे अब जम्मू-कश्मीर में एक नए युग की शुरुआत हो चुकी है।
शहीद जवानों को श्रद्धांजलि
गृह मंत्री अमित शाह ने देश की सुरक्षा के लिए शहीद हुए राज्य पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा और सीमाओं को मजबूत करने के लिए जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है। गृह मंत्री ने उनके योगदान को सराहते हुए कहा कि उनकी बदौलत ही आज देश सुरक्षित है और आतंकवाद पर निर्णायक नियंत्रण किया जा सका है।