रान्या राव को कंपनी शुरू करने के कुछ महीनों में ही 12 एकड़ सरकारी जमीन मिल गई, जबकि बड़ी कंपनियों को KIADB से जमीन पाने में सालों लगते हैं, जिससे उनके पॉलिटिकल कनेक्शन पर सवाल उठ रहे हैं।
Ranya Rao Case: गोल्ड स्मगलिंग मामले में गिरफ्तार कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि रान्या राव के कर्नाटक की राजनीति में मजबूत कनेक्शन थे। उनकी कंपनी KSIRODA इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को कर्नाटक सरकार से 12 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी।
पूर्व मुख्यमंत्री बोम्मई के कार्यकाल में मिला सरकारी प्लॉट
जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (KIADB) ने जनवरी 2023 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के कार्यकाल में रान्या राव की कंपनी की डायरेक्टर हर्षवर्धिनी राम्या के नाम पर यह जमीन आवंटित की थी। यह जमीन तुमकुरु जिले के सीरा इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित है।
यह खुलासा इसलिए चौंकाने वाला है क्योंकि आमतौर पर बड़ी कंपनियों को KIADB से सरकारी जमीन हासिल करने में कई साल लग जाते हैं। लेकिन रान्या राव ने महज आठ महीनों में यह जमीन अपने नाम करवा ली।
रान्या राव की कंपनियां और उनके राजनीतिक संबंध
जांच में सामने आया है कि रान्या राव तीन कंपनियों की डायरेक्टर हैं, जिससे उनके व्यापारिक लेन-देन और राजनीतिक संबंधों को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
KSIRODA इंडिया प्राइवेट लिमिटेड – (स्टील निर्माण)
आइरिस ग्रीन प्राइवेट लिमिटेड – (कृषि क्षेत्र)
रान्या राव फोटोग्राफी प्राइवेट लिमिटेड – (फोटोग्राफी सेवाएं)
इन कंपनियों में फंडिंग और निवेश को लेकर भी जांच की जा रही है।
कैसे हुआ सरकारी जमीन का आवंटन?
कर्नाटक इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट बोर्ड (KIADB) के सीईओ महेश ने पुष्टि की कि 2 जनवरी 2023 को 12 एकड़ जमीन KSIRODA इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित की गई थी।
इस आवंटन को 137वीं स्टेट लेवल सिंगल विंडो क्लियरेंस कमेटी (SLSWCC) की बैठक में मंजूरी दी गई थी। कंपनी ने 138 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई थी और इससे करीब 160 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना जताई गई थी।
फोन से मिले नेताओं और अधिकारियों के नंबर
DRI (राजस्व खुफिया निदेशालय) ने रान्या राव के मोबाइल और लैपटॉप से डेटा रिकवर किया, जिसमें कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं।
- उनके फोन में कई बड़े नेताओं और पुलिस अधिकारियों के नंबर पाए गए।
- इनमें पूर्व और वर्तमान मंत्रियों के नंबर भी शामिल हैं।
- वह कुछ खास नेताओं से लगातार संपर्क में थीं।
- उनके लैपटॉप में रियल एस्टेट बिजनेस से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं।
DRI अधिकारी अब रान्या राव के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और बैंक ट्रांजैक्शन की जांच कर रहे हैं।