संसद में अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर टकराव, BJP के 'श्वेत पत्र' के जवाब में कांग्रेस ला सकती है 'ब्लैक पेपर'

संसद में अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर टकराव, BJP के 'श्वेत पत्र' के जवाब में कांग्रेस ला सकती है  'ब्लैक पेपर'
subkuz.com
Last Updated: 13 फरवरी 2024

संसद में अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर टकराव, BJP के 'श्वेत पत्र' के जवाब में कांग्रेस ला सकती है  'ब्लैक पेपर' 

केंद्र सरकार (BJP) की और से लाए जाने वाले श्वेत पत्र का जवाब देने के लिए विपक्षी पार्टी (Congress) संसद में 'Black Paper' ला सकती है। संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 वर्ष के कार्यकाल को लेकर कांग्रेस 'Black Paper' और BJP सरकार के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार UPA (United Progressive Alliance) सरकार के 10 वर्षों के काम को लेकर श्वेत पत्र लाने वाली है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 'Black Paper' संसद में पेश करने वाले हैं।

संसद में श्वेत पत्र पेश करने की क्या है योजना

subkuz.com को मिली रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्र सरकार 2014 से पहले और बाद में भारत की अर्थव्यवस्था की स्थिति की तुलना करते हुए चल रहे बजट सत्र के तहत संसद में 'श्वेत पत्र' पेश कर सकती है। जानकारी के मुताबिक इससे पहले संसद के वर्तमान बजट सत्र को एक दिन  के लिए बढ़ा दिया गया है। बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को हुई और 9 फरवरी तक समाप्त होनी थी, लेकिन अब एक दिन बढ़ा कर 10 फरवरी तक चलेगा। बजट सत्र की शुरुआत दोनों सदनों की सयुंक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ हुई थी। इस बार आम चुनाव होने की वजह से सरकार ने 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश किया था। बया गया की यह सत्र 17 वीं लोकसभा का संभवतः अंतिम सत्र है।

2014 में PM मोदी के नेतृत्व में BJP सरकार बनाई गई थी। फ़िलहाल, कांग्रेस और BJP के बीच अर्थव्यवस्था के मुद्दे को लेकर टकराव चल रहा हैं जिसमें कांग्रेस ने कहा कि BJP सरकार देश की अर्थव्यवस्था को सही तरिके से मैनेज नहीं कर पा रही है।

सदन में पेश करेंगी 'श्वेत पत्र' : वित्त मंत्री

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद के दोनों सदनों (राजयसभा और लोकसभा) में 'श्वेत पत्र' पेश करेंगी। उन्होंने अंतरिम बजट पेश करते समय भाषण में कहा था कि केंद्र सरकार श्वेत पत्र पेश करने वाली है, जो संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) दशक और NDA दशक को कवर करेगा। उनका कहना है कि 'उन वर्षों (UPA सरकार का दौर) का संकट दूर हो गया है, हमने अर्थव्यवस्था को सर्वांगीण विकास के साथ ुसच्च सतत विकास के पथ पर मजबूती से स्थापित किया गया है। अब हमें ये देखने की जरूरत है कि 2014 तक हम कहाँ थे और अब कहाँ हैं। इसके लिए सरकार सदन में श्वेत पत्र पेश करेगी।

आखिर क्या है श्वेत पत्र ?

खबरों के अनुसार 'श्वेत पत्र एक सूचनात्मक दस्तावेज़ है इसमें सरकार की ओर से आंकड़े और तथ्यों पर आधारित रिपोर्ट पेश की जाती है। ये सरकार की ओर से जारी लिखित स्पष्टीकरण होता है। श्वेत पत्र अत्ंयत संवेदनशील और पूर्ण सत्य पर आधारित होता है। श्वेत पत्र में किसी भी तरह के भ्रामक तथ्य नहीं दिए जा सकते। श्वेत पात्र का उपयोग सरकारी नीतियों और कानूनों को प्रस्तुत करने और जनता की रे जानने की एक विधि के रूप में काम लिया जाता है।

 

 

 

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