छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती इस बार आगरा किले के दीवान-ए-आम में नहीं, बल्कि जहांगीरी महल में मनाई जाएगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस अवसर पर समारोह में शामिल होंगे। 19 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज की 395वीं जयंती के मौके पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मंत्रिमंडल के कई सदस्य भी उपस्थित रहेंगे।
आगरा किला में हर साल शिवाजी महाराज की जयंती समारोह आयोजित कर रहे अजिंक्य देवगिरी प्रतिष्ठान के अध्यक्ष विनोद पाटिल ने जानकारी दी कि इस बार भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने दीवान-ए-आम की जगह जहांगीरी महल के बाहर स्थित पार्क में कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी है। आयोजकों ने 2,000 लोगों के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन केवल 800 लोगों को आमंत्रित करने के लिए कहा गया है।
इस आयोजन में शिवाजी महाराज के जीवन से जुड़े प्रसंगों और नाट्य प्रस्तुतियों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा, आगरा किला के बाहर बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए जाएंगे, जिनके माध्यम से लोग समारोह का लाइव प्रसारण देख सकेंगे। आयोजक दावा कर रहे हैं कि महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से एक करोड़ से अधिक शिव भक्त डिजिटल माध्यम से इस समारोह से जुड़ेंगे।
स्मारक को नुकसान से बचाने के लिए साउंड लिमिटेशन
दो साल पहले, 2023 में जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के लिए आयोजित प्रोजेक्शन मैपिंग और सांस्कृतिक प्रस्तुति के दौरान तेज आवाज के कारण दीवान-ए-आम की दीवारों और छत में दरारें आ गई थीं। इसके बाद, एएसआई ने टिलटेल ग्लास लगवाया और मरम्मत करवाई। इस बार, एएसआई ने अनुमति की शर्त के तहत कार्यक्रम की आवाज 40 डेसिबल तक ही रखने की बात की है, ताकि स्मारक को साउंड सिस्टम से कोई नुकसान न हो।
कार्यक्रम स्थल में बदलाव
जहांगीरी महल में इस बार स्टेज को छोटा किया गया है, जबकि आयोजकों ने पहले बड़े और ऊंचे मंच का प्रस्ताव दिया था। एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने इसे छोटा कराने का आदेश दिया।
इस आयोजन को लेकर आयोजकों और उपस्थित नेताओं का मानना है कि यह शिवाजी महाराज की विरासत को याद करने और उनका सम्मान करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।