UP Assembly By Election: यूपी की इस विधानसभा सीट पर सपा-कांग्रेस की मजबूत दावेदारी, रेस में सबसे आगे है ये नाम, पढ़ें पूरी जानकारी

UP Assembly By Election: यूपी की इस विधानसभा सीट पर सपा-कांग्रेस की मजबूत दावेदारी, रेस में सबसे आगे है ये नाम, पढ़ें पूरी जानकारी
Last Updated: 17 जून 2024

सोलंकी परिवार का गढ़ रही सीसामऊ विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के दावेदारों के बीच टिकट पाने के लिए अभी से द्वंद्व शुरू हो गया है। इरफान को सात साल की सजा होने के कारण उपचुनाव की संभावनाओं के को देखते हुए दावेदार पार्टी मुखिया के पास भी दस्तक दे रहे हैं।

कानपुर: सोलंकी परिवार का गढ़ रही सीसामऊ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को देखते हुए अभी से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के दावेदारों के बीच टिकट को लेकर द्वंद्व शुरू हो गया है। Subkuz.com ने बताया कि इरफान को सात साल की सजा होने के बाद ही उपचुनाव की संभावनाओं के देखते हुए दावेदार आकाओं तके घर तक दस्तक दे रहे हैं। पार्टी के नेतृत्व को सभी उम्मीदवार भरोसा दिला रहे हैं कि उनका इस क्षेत्र में काफी ज्यादा प्रभाव है। लोकसभा चुनाव के बाद जोर-आजमाइश भी बढ़ी हैं।

भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने दावेदारों की घेराबंदी शुरू कर दी है। सीसामऊ विधानसभा सीट से साल 2022 में इरफान खान सोलंकी ने चुनाव जीता था। इससे पहले भी वह लगातार यहीं से विधायकी चुने गए हैं। हाल ही में जाजमऊ में आगजनी और अन्य मामलों को लेकर अदालत ने उन्हें सात साल की कड़ी सजा सुनाई है। इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव होना तय हैं। हाईकोर्ट के निर्णय से स्थिति बदल सकती है, लेकिन दावेदार ने अपनी ताल थोक दी हैं।

ये दावेदार है टिकट की रेस में

जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के दावेदारों के बीच घमासान छिड़ा हुआ है तो समाजवादी पार्टी अपना जोर लगा रही हैं। बताया कि सीसामऊ सीट सपा का गढ़ और सुरक्षित सीट मानी जाती है, जहां हर बार उसका ही उम्मीदवार जीत हासिल करता हैं। ऐसे में अन्य पार्टियों को अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। आइएनडीआइए के घटक दलों में लोकसभा चुनाव में यह सीट कांग्रेस के हक में गई थी। यहां कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा। इतिहास में पहली बार कोई कांग्रेस प्रत्याशी 4.22 लाख मत ले पाया। इससे अब विधानसभा चुनाव को लेकर भी पार्टियों में कमर कस ली हैं।

सीसामऊ सीट पर उपचुनाव को लेकर सुगबुगाहट होने से सभी दलों ने प्रयास तेज कर दिए हैं। वैसे ये सीट समाजवादी पार्टी की ही मानी जा रही है, लेकिन कांग्रेस के लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए पार्टी के नेता यहां अपने लिए भी जमीन तलाश रहे हैं। कांग्रेस से शहर अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी, अंबरीश कुमार सिंह गौर, हर प्रकाश सिंह अग्निहोत्री के साथ अन्य नेता भी कतार में हैं।

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