गोरखपुर के मोहद्दीपुर बिजली घर के सामने शुक्रवार देर रात बड़ा सड़क हादसा हुआ। रात करीब 11:45 बजे दो बाइकों की आमने-सामने की टक्कर हो गई। इस हादसे में पिता और उनकी दो बेटियों समेत पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, हादसे में उनकी पत्नी और बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए।
Accident News: गोरखपुर के मोहद्दीपुर बिजली घर के पास शुक्रवार रात भीषण सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा रात करीब 11:45 बजे हुआ, जब दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई। मृतकों में एक परिवार के तीन सदस्य, पिता और उनकी दो मासूम बेटियां शामिल हैं। इसके अलावा, दूसरी बाइक पर सवार दो युवकों की भी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
पिता और बेटियों ने गंवाई जान
मोहद्दीपुर बिजली घर निवासी विक्रांत अपने परिवार के साथ घर लौट रहे थे। उनकी बाइक पर पत्नी निकिता, पांच वर्षीय बेटा अंगद और दो मासूम बेटियां लाडो (2) और परी (1) सवार थीं। हादसे में विक्रांत और उनकी दोनों बेटियों की मौके पर ही मौत हो गई। निकिता और अंगद गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने दोनों की हालत नाजुक बताई है।
मुंडन से लौट रहे दो युवक भी हादसे का शिकार
दूसरी बाइक पर सवार रुस्तमपुर निवासी मोनू चौहान और बेतियाहाता निवासी सूरज किसी मुंडन समारोह से लौट रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मोहद्दीपुर में नहर रोड के पास विक्रांत ने अपनी बाइक मोड़ने का प्रयास किया, तभी कूड़ाघाट की ओर से आ रही सूरज और मोनू की बाइक से जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों बाइकों के परखच्चे उड़ गए।
तीसरे बाइक सवार की भी ट्रक से टक्कर
इस हादसे के दौरान एक तीसरा बाइक सवार चिन्मयानंद मिश्रा दुर्घटनाग्रस्त बाइकों से टकरा गया। इसके बाद वह पास से गुजर रहे ट्रक से जा भिड़ा। चिन्मयानंद को भी गंभीर चोटें आईं और उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को अस्पताल भिजवाया। डॉक्टरों ने विक्रांत, उनकी बेटियों, मोनू और सूरज को मृत घोषित कर दिया।
जिलाधिकारी और एसएसपी ने लिया जायजा
दुर्घटना की सूचना पाकर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश और एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घायलों का हालचाल पूछा। प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने तीसरे घायल चिन्मयानंद की पहचान उसके जेब से मिले आधार कार्ड से की और उसके परिजनों से संपर्क किया जा रहा है।
हादसे के बाद परिवारों में मचा कोहराम
पुलिस ने बताया कि मृतकों में विक्रांत सफाईकर्मी थे, जबकि मोनू एंबुलेंस चालक थे। हादसे की जानकारी मिलते ही मृतकों के परिवार वाले जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उनका रो-रोकर बुरा हाल है। यह दर्दनाक हादसा न केवल परिवारों के लिए एक त्रासदी है, बल्कि सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के सख्त पालन की आवश्यकता पर भी सवाल खड़ा करता है। पुलिस ने घटनास्थल की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है।