अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के तौर पर जो बाइडन स्थान पर कमला हैरिस चुनाव लड़ेंगी। नवंबर में होने वाले चुनाव में 2025 से चार वर्षों के लिए राष्ट्रपति का चयन होना है। खराब स्वास्थ्य और स्मृति दोष के कारण बाइडन पर डेमोक्रेटिक पार्टी द्वारा दावेदारी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा था।
वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में अब जो बाइडन की जगह कमला हैरिस (Kamala Harris) उतर चुकी हैं। 81 वर्षीय बाइडन ने अपनी सहमति से उम्मीदवारी से पीछे हटने का निर्णय लिया है। बाइडन की जगह कमला हैरिस के चुनाव लड़ने पर रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिक्रिया दी है। ट्रंप ने कहां कि उन्हें लगता है कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को हराना बाइडन की तुलना में ज्यादा आसान होगा। ट्रंप ने आगे कहां कि 'कुटिल जो बाइडेन राष्ट्रपति पद की दौड़ के योग्य नहीं थे, वह निश्चित रूप से सेवा करने के योग्य न हैं और न कभी थे'।
देश में सबसे खराब राष्ट्रपति हैं बाइडन - ट्रंप
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने कहां कि बतौर राष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस का चुनाव लड़ना बाइडन की तरह एक मजाक है। डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन को 'देश के इतिहास में अब तक के सबसे खराब राष्ट्रपति' के रूप में बताया है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, बाइडन राष्ट्रपति बनने लायक नहीं हैं। उनके डॉक्टर और मीडिया सहित उनके आस-पास के सभी लोग जानते थे कि वह राष्ट्रपति बनने के योग्य नहीं हैं। उन्होंने झूठ बोलकर, फेक न्यूज के माध्यम से राष्ट्रपति का पद हासिल किया। अगर उप राष्ट्रपति कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी बनती हैं तो उन्हें चुनाव में हराने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।
बाइडन ने छोड़ी उम्मीदवारी
अमरीका में पांच नवंबर में होने वाले चुनाव में 2025 से चार वर्षों के लिए राष्ट्रपति का चयन होना है। 1968 के बाद यह पहला अवसर है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने पुनर्निर्वाचन की दौड़ से खुद को अलग कर लिया है। इससे पहले 1968 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने दोबारा चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया था। खराब स्वास्थ्य और स्मृति दोष के चलते बाइडन पर उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी का दावेदारी छोड़ने के लिए दबाव बढ़ता जा रहा था।
बाइडन ने क्या कहां?
बाइडन ने लिखा है, "बीते साढ़े तीन वर्षों में हमने एक राष्ट्र के रूप में बहुत प्रगति की है। आज अमेरिका के पास दुनिया में सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्था है। अपने राष्ट्र को फिर से खड़ा करने के लिए हमने ऐतिहासिक निवेश किए, बुज़ुर्गों के लिए दवाओं की कीमत कम की और रिकॉर्ड संख्या में अमेरिकी नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराईं।"
जो बाइडन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि गन सेफ़्टी लॉ, सुप्रीम कोर्ट में अफ़्रीकी-अमेरिकी मूल के कई जज की नियुक्ति, लाखों पूर्व सैनिकों के लिए सुविधाओं के साथ संसद में पास किए गए कई क़ानूनों का उन्होंने ज़िक्र किया है. बाइडन ने कोरोना महामारी के बाद आई आर्थिक तंगी से देश को सुरक्षित रखा और लोकतंत्र की सुरक्षा की हैं।