Uttarakhand News: उत्तरकाशी में मस्जिद हटाने की मांग पर जन आंदोलन, हिंदू संगठनों का प्रदर्शन

Uttarakhand News: उत्तरकाशी में मस्जिद हटाने की मांग पर जन आंदोलन, हिंदू संगठनों का प्रदर्शन
Last Updated: 3 घंटा पहले

उत्तरकाशी में एक मस्जिद को हटाने की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने बाजार बंद करने का आह्वान किया है। इस दौरान बाजार पूरी तरह से बंद है, जिससे तीर्थयात्रियों को चाय और पानी जैसी आवश्यक चीजें भी नहीं मिल पा रही हैं। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता दुकानों को बंद कराने में सक्रिय हैं। इसके साथ ही उत्तरकाशी के अतिरिक्त डुंडा बाजार भी बंद रखा गया है। आज एक विशाल जनसभा और रैली का आयोजन भी किया गया है।

Uttarkashi: उत्तरकाशी में हिंदू संगठनों की अपील पर मस्जिद को हटाने की मांग के चलते बाजार पूरी तरह से बंद है। इस स्थिति में तीर्थयात्रियों को चाय और पानी जैसी प्राथमिक सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। सुबह के समय कुछ दुकानें खुली थीं, जिन्हें हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने बंद करा दिया। हिंदू संगठन के आह्वान पर केवल उत्तरकाशी नहीं, बल्कि डुंडा बाजार भी बंद रखा गया है। आज उत्तरकाशी में एक बड़ी जनसभा और रैली का आयोजन भी किया गया है। इस शांति पूर्ण रैली के लिए जिला प्रशासन ने अनुमति भी दी है। हिंदू संगठन से जुड़े स्वामी दर्शन भारती भी उत्तरकाशी पहुंच चुके हैं।

पुलिस भी सतर्क

बुधवार को पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव के निर्देशानुसार उत्तरकाशी पुलिस ने जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में एक फ्लैग मार्च का आयोजन किया। पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तरकाशी पुलिस जनता की सुरक्षा और सेवा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। कानून और शांति व्यवस्था को बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों पर पुलिस की कड़ी नजर है। इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर गलत सूचनाएं फैलाने और कानून-व्यवस्था को प्रभावित करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन ने जारी की रिपोर्ट

जिला प्रशासन ने 21 अक्टूबर को उत्तरकाशी में मस्जिद के संबंध में एक रिपोर्ट जारी की थी, जिससे मस्जिद को लेकर चल रही भ्रम की स्थिति समाप्त होने की उम्मीद थी। उपजिलाधिकारी मुकेश रमोला ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि जिस भूमि पर मस्जिद का निर्माण हुआ है, वह भूमि खाते धारकों के नाम पर दर्ज है।

इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के मुस्लिम वक्फ विभाग, लखनऊ द्वारा प्रकाशित सरकारी गजट में 20 मई 1987 को इस मस्जिद का उल्लेख किया गया है। इसमें सुन्नी वक्फ की ओर से मस्जिद का खसरा, रक्वा, नाली और धार्मिक उद्देश्य के रूप में अंकित किया गया है। इसके अलावा, इस भूमि का दाखिला 2004 में किया गया था। 2005 में पारित तहसीलदार के एक आदेश में यह भी उल्लेखित किया गया कि संबंधित भूमि पर मस्जिद का निर्माण हुआ है।

विवाद का उदय

उत्तरकाशी में पिछले कुछ दिनों से संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संघ की गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। इस संगठन ने आरटीआई के माध्यम से जिला प्रशासन से मस्जिद से संबंधित जानकारी मांगी, लेकिन प्रशासन ने आधी-अधूरी सूचना प्रदान की। इस मामले में जिला प्रशासन द्वारा तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की गई और ही आरटीआई की रिपोर्ट को संशोधित करके भेजा गया।

इसके परिणामस्वरूप, संयुक्त सनातन धर्म रक्षक संघ ने 24 अक्टूबर को उत्तरकाशी में हिंदू महा जनाक्रोश रैली आयोजित करने की चेतावनी दी है।

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