प्रश्नकाल के लिए पार्टी सदस्यों की तरफ से बुधवार तक 350 प्रश्न भेजे गए हैं बजट सत्र के दौरान प्रतिदिन 20 प्रश्न रखे जाते हैं, जिनका सरकार की ओर से सदन में जवाब दिया जाता है। साथ ही विधानसभा स्पीकर को सदन में अब तक 12 प्रस्ताव मिल चुके हैं।
पंजाब बजट: पंजाब विधानसभा का 15 दिवसीय बजट 1 मार्च से शुरू हो रहा है। यह सत्र राज्य की आप (AAP) सरकार द्वारा अपने कार्यकाल के दूसरे वर्ष में पेश किया जाने वाला दूसरा सबसे लंबी अवधि का सत्र होगा। सत्र की इस लंबी अवधि में भी विधानसभा के सदस्यों को अपनी बात रखने का पर्याप्त समय मिलने की आशा जताई गई है, जिसे लेकर पिछले विधानसभा सत्रों में भी विपक्षी सदस्यों द्वारा सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग की जाती है।
बजट सत्र की रूपरेखा
बुधवार (28 फरवरी) को तैयार किये गए बजट सत्र की रूपरेखा के अनुसार, 15 दिनों में पांच अवकाश रहेंगे और 3 दिन गैर-सरकारी कामकाज के लिए निर्धारित किए गए हैं। सदन में 4 दिन विधायी कामकाज के लिए रखे गए हैं। हालांकि सत्र के दौरान नियमों के अनुसार, प्रत्येक कामकाज के दिन तय किये गए। जिनमें शून्यकाल, प्रश्नकाल और ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के लिए प्रत्येक सदस्यों को समय मिलेगा। लेकिन 1 मार्च को होने वाले राज्यपाल के अभिभाषण पर विचार-विमर्श के लिए 4 मार्च को केवल एक दिन निर्धारित किया गया है। इसी दौरान 5 मार्च को वित्त मंत्री द्वारा वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश किए जायेंगे, उसके बाद बजट पर बहस के लिए भी सदस्यों को एक दिन का समय (6 मार्च) मिलेगा।
प्रस्ताव पर अंतिम फैसला स्पीकर का होगा
इसी दौरान, subkuz.com को विधानसभा सचिवालय से मिली जानकारी के मुताबिक, सदस्यों की तरफ से बुधवार तक प्रश्नकाल के लिए 350 प्रश्न भेजे गए। बजट सत्र के नियमानुसार, प्रतिदिन 20 प्रश्न रखे जाते हैं, जिन पर सरकार की ओर से सदन में जवाब दिया जाता है। इनके अलावा सदन में विधानसभा स्पीकर को ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के तहत अब तक कुल 12 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं और सदस्यों की तरफ से प्रश्न व प्रस्ताव भेजने का सिलसिला जारी है। बताया गया कि इन सभी पर अंतिम मुहर स्पीकर द्वारा ही लगाई जाएगी।