अमेरिका में बम धमकी का सिलसिला जारी, डेमोक्रेट सांसदों को मिली जान से मारने की धमकी, एफबीआई जांच में जुटी

अमेरिका में बम धमकी का सिलसिला जारी, डेमोक्रेट सांसदों को मिली जान से मारने की धमकी, एफबीआई जांच में जुटी
Last Updated: 6 घंटा पहले

अमेरिका में धमकी भरे घटनाक्रम थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में, डोनाल्ड ट्रंप के कैबिनेट के नामित सदस्यों के बाद अब कनेक्टिकट से डेमोक्रेटिक पार्टी के चार सांसदों को बम से उड़ाने की धमकी मिलना हैरान करने वाली घटना है। इस धमकी ने देशभर में हड़कंप मचा दिया है, और मामले की गंभीरता को देखते हुए एफबीआई ने जांच शुरू कर दी है।

सांसदों को मिली धमकी: बम से उड़ाने की चेतावनी

कनेक्टिकट के डेमोक्रेटिक सांसदों जिम हिम्स, जो कोर्टनी, जॉन लार्सन, और जहाना हेस को बृहस्पतिवार को उनके घरों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। धमकियां मिलने की जानकारी इन सांसदों और उनके कार्यालयों ने स्वयं साझा की। हालांकि पुलिस ने अब तक इन सांसदों की संपत्तियों से विस्फोटक सामग्री से संबंधित कोई भी प्रमाण नहीं पाया है।

एफबीआई की त्वरित कार्रवाई और जांच

एफबीआई इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। हाल ही में अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट के कई नामित सदस्य और उनके परिवारों को भी इसी तरह की धमकियां मिल चुकी थीं। इन धमकियों पर एफबीआई की कार्रवाई लगातार जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां इन धमकियों के खिलाफ उचित कदम उठा रही हैं।

कैबिनेट और डेमोक्रेटिक सांसदों को मिली धमकी: बढ़ती चिंताएं

इस घटना से एक दिन पहले, अमेरिका के कई कैबिनेट स्तर के मनोनीत अधिकारियों और उनके परिवारों को भी बम से उड़ाने की धमकियां मिली थीं। इन घटनाओं से राष्ट्रपति ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी दोनों के बीच तकरार और राजनीतिक तनाव बढ़ने का खतरा है। एफबीआई को इन धमकियों की गंभीरता को लेकर त्वरित जांच शुरू करने के आदेश दिए गए हैं।

क्या अब और नेताओं को मिल सकती है धमकी?

अभी यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कनेक्टिकट से अन्य डेमोक्रेटिक सांसदों को भी धमकियां मिली हैं या नहीं। खासकर, प्रतिनिधि सभा के पांचवें डेमोक्रेटिक सदस्य रोसा डेलाउरो और कनेक्टिकट के दो डेमोक्रेटिक सीनेटर भी इस धमकी के दायरे में आ सकते हैं। पुलिस इस पर जांच कर रही है।

समाज में फैल रही दहश

इन घटनाओं ने अमेरिकी समाज में दहशत का माहौल बना दिया है। ऐसे समय में जब देश में राजनीतिक असहमति और विभाजन बढ़ रहे हैं, इस प्रकार की धमकियां केवल स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना रही हैं। एफबीआई द्वारा की जा रही जांच में यह महत्वपूर्ण है कि वे यह पता लगा सकें कि इसके पीछे कौन है और इस प्रकार की धमकियों के उद्देश्य क्या हैं।

अमेरिका में राजनीतिक हिंसा की धमकियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इन घटनाओं के बाद एफबीआई की जांच में तेजी आई है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इस प्रकार की धमकियों के पीछे कौन है। अमेरिका में इन धमकियों के बढ़ते मामलों ने सुरक्षा एजेंसियों को एक नई चुनौती दी है। अब देखना यह है कि एफबीआई इस मामले में कितनी जल्दी कार्रवाई करती है और इन धमकियों के स्रोत का पता चलता है।

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