ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन रूस के कजान में किया जा रहा है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पहुंचे। सम्मेलन में हिस्सा लेने के दौरान, पीएम मोदी ने मेजबान देश रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय मुलाकात की। इसके अलावा, उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति से भी वार्ता की।
कजाकिस्तान: रूस के कजान शहर में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है, जहां कजान एक्सपो सेंटर में पूर्ण सत्र की शुरुआत हो चुकी है। इस सत्र की शुरुआत करते हुए, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने नेताओं को संबोधित किया। अपने संबोधन में, पुतिन ने बताया कि 30 से अधिक देशों ने ब्रिक्स में शामिल होने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि इस समूह की बैठक में विस्तार पर चर्चा होगी, साथ ही कार्यकुशलता बनाए रखने की आवश्यकता पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
ब्रिक्स से जुड़े पांच नए देश
ब्रिक्स के सदस्य देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। इस बार, समूह में पांच अन्य देशों को आधिकारिक रूप से शामिल किया गया है। ये पांच देश हैं: मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात। इस विस्तार के साथ, ब्रिक्स का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर अपनी स्थिति को और मजबूत करना और विकासशील देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना हैं।
राष्ट्रपति पुतिन ने सम्मेलन किया संबोधित
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान अपने संबोधन में समूह के विस्तार पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि बैठक में विस्तार के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी और कार्यकुशलता बनाए रखने की आवश्यकता पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। पुतिन ने यह भी कहा कि उनकी इच्छा है कि 30 से अधिक देश इस समूह का हिस्सा बनें। सम्मेलन की शुरुआत से पहले सभी सदस्य देशों के नेताओं ने एक ग्रुप फोटो सेशन में भाग लिया, जिसमें पीएम मोदी यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बातचीत करते हुए नजर आए।