H1B वीजा पर ट्रम्प का बड़ा ऐलान, भारतीयों के लिए खुशखबरी, जानिए पूरी जानकारी 

H1B वीजा पर ट्रम्प का बड़ा ऐलान, भारतीयों के लिए खुशखबरी, जानिए पूरी जानकारी 
Last Updated: 6 घंटा पहले

व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने कहा, "मैं चाहता हूं कि काबिल लोग अमेरिका आएं। मैंने खुद H-1B वीजा का इस्तेमाल किया, इसे रोकना नहीं चाहता हूं।"

H1B Visa: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान कई अप्रवासियों से संबंधित फैसले लिए, जिनमें जन्मसिद्ध अधिकार पर रोक और अप्रवासियों को वापस भेजने के फैसले शामिल थे। इस बीच, H-1B वीजा पर भी कई अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि, हाल ही में ट्रंप का बयान भारतीय पेशेवरों के लिए राहत देने वाला था। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह H-1B वीजा का समर्थन करते हैं और वह चाहते हैं कि काबिल लोग अमेरिका आएं।

H-1B वीजा को लेकर ट्रंप का बयान

मंगलवार को व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा, "मैं चाहता हूं कि सक्षम लोग हमारे देश में आएं। मैंने खुद भी इस प्रोग्राम का इस्तेमाल किया है, ऐसे में मैं इसे रोकना नहीं चाहता हूं।" ट्रंप ने यह भी कहा कि वह सिर्फ इंजीनियरों की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि हर स्तर के योग्य लोगों का स्वागत करते हैं।

मस्क और अन्य का समर्थन

इससे पहले टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क ने भी H-1B वीजा का समर्थन किया था। ट्रंप ने कहा कि ओरेकल के सीटीओ लैरी एलिसन और नासा जैसे संगठनों को इंजीनियरों की जरूरत है, और वह काबिल लोगों का अमेरिका में स्वागत करते हैं। हालांकि, ट्रंप के कुछ समर्थकों का मानना है कि विदेशी पेशेवरों की वजह से अमेरिकी नागरिकों को रोजगार मिलने में मुश्किलें आ रही हैं।

H-1B वीजा के नियमों में बदलाव

भारतीय पेशेवरों को H-1B वीजा से काफी लाभ मिलता है, और लाखों भारतीय इस वीजा के माध्यम से अमेरिका में काम कर रहे हैं। हाल ही में कुछ बदलावों की खबरें सामने आई थीं, जिनमें H-1B वीजा के नियमों में बदलाव किए जाने की संभावना जताई गई थी।

तीन अहम बदलाव

निष्पक्ष लॉटरी प्रक्रिया: अब सख्त उपायों के तहत संगठनों द्वारा एक से अधिक बड़े पैमाने पर आवेदन जमा करने पर रोक लगेगी, जिससे प्रक्रिया अधिक न्यायसंगत बनेगी।

एफ-1 वीजा वाले छात्रों को राहत: अमेरिकी छात्र अब आसानी से एफ-1 वीजा से H-1B वीजा में बदल सकेंगे, जिससे उन्हें काम करने में कम चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।

विशेष पेशों में बदलाव: कुछ विशेष पदों को भरने के लिए स्नातक डिग्री की आवश्यकता होगी, हालांकि कुछ मामलों में बिना विशेषज्ञ डिग्री वाले उम्मीदवारों को भी प्राथमिकता दी जा सकती है, अगर उनकी योग्यता नौकरी से संबंधित हो।

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