Iran-Israel War: ईरान-इजराइल के बीच बढ़ा तनाव, अमेरिका ने दी चेतावनी, ईरान अपनी आक्रामक रणनीति पर कायम

Iran-Israel War: ईरान-इजराइल के बीच बढ़ा तनाव, अमेरिका ने दी चेतावनी, ईरान अपनी आक्रामक रणनीति पर कायम
Last Updated: 8 घंटा पहले

इजरायल के ईरान पर हमले के बाद से एक बार फिर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। इजरायल ने 25 अक्टूबर को ईरान के विभिन्न सैन्य ठिकानों और मिसाइल निर्माण इकाइयों को लक्ष्य बनाया। इस हमले में कई ईरानी सैन्य अधिकारियों के मारे जाने की भी जानकारी मिली है।

Iran Israel: इजरायल ने 25 अक्टूबर को ईरान के कई सैन्य ठिकानों और मिसाइल निर्माण इकाइयों पर हमला किया। इस हमले में कई ईरानी सैन्य अधिकारियों की मौत की सूचना है। हमले के बाद अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है कि वह इजरायल से बदला लेने के बारे में विचार करे, क्योंकि इससे एक बड़ा युद्ध छिड़ सकता है। हालांकि, ईरान बदला लेने के अपने इरादे पर अड़ा हुआ है।

मिडिल ईस्ट में युद्ध का खतरा

अमेरिका ने ईरान को इजरायल पर हुए हमले के बाद बदला लेने से रोकने की चेतावनी दी है, लेकिन ईरान ने बदला लेने का संकल्प दोहराया है। ईरान ने कहा है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाता रहेगा। ईरान के इस बयान के बाद मिडिल ईस्ट में युद्ध छिड़ने का खतरा बढ़ गया है। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है।

ईरान का कहना है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल करेगा और वह अपने दुश्मनों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने से नहीं हिचकिचाएगा। इस स्थिति के चलते मिडिल ईस्ट में तनाव और भी अधिक बढ़ गया है और युद्ध छिड़ने का खतरा बढ़ गया है। दुनिया के देश इस क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए प्रयास कर रहे हैं लेकिन ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के कारण यह मुश्किल होता जा रहा है।

अमेरिका ने क्या कहा?

ईरान की धमकी के बाद, अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन ने चेतावनी दी है कि ईरान को इजरायल के हमलों का जवाब देने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करना एक बड़ी गलती साबित हो सकता है। अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की कार्रवाई दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ाने का कारण बनेगी।

ईरान के निशाने पर परमाणु कार्यक्रम की इमारत

इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमले के बाद कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं। एक अमेरिकी शोधकर्ता ने बताया कि इस हमले में ईरान की उस इमारत को लक्ष्य बनाया गया, जो उसके बंद पड़े परमाणु हथियार विकास कार्यक्रम का हिस्सा थी। एक अन्य शोधकर्ता ने जानकारी दी कि उन इमारतों को भी निशाना बनाया गया, जहां ईरान बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए ठोस ईंधन मिश्रण करने का कार्य करता है। उन्होंने रॉयटर्स को बताया कि इजरायल ने तेहरान के निकट स्थित एक विशाल सैन्य परिसर परचिन में इमारतों पर हमला किया।

यह था हमारा प्रतिशोध- इजरायल

इजरायली सेना ने जानकारी दी कि इजरायली जेट विमानों ने शनिवार की सुबह तेहरान के निकट और पश्चिमी ईरान में मिसाइल निर्माण स्थलों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर हमला किया। यह कार्रवाई 1 अक्टूबर को तेहरान द्वारा इजरायल पर किए गए 200 से अधिक मिसाइल हमलों का प्रतिशोध थी। इजरायल ने इस अभियान को 'ऑपरेशन डेज ऑफ रिपेंटेंस' (पछतावे के दिन) का नाम दिया है। वहीं, दूसरी ओर ईरान की सेना ने बताया कि इजरायली लड़ाकू

विमानों ने इलाम, खुजेस्तान और तेहरान के आसपास के प्रांतों में सीमा रडार प्रणालियों पर हमला करने के लिए "बहुत हल्के वारहेड" का उपयोग किया, जिससे उन्हें अधिक नुकसान नहीं हुआ।

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