इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा है कि इजरायल तब तक हवाई हमले जारी रखेगा जब तक हिजबुल्लाह के खिलाफ उसके सभी उद्देश्य पूरे नहीं हो जाते। अमेरिका की 21 दिनों तक युद्ध विराम की अपील को ठुकराते हुए, नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि इजरायल की सैन्य कार्रवाई बिना किसी रुकावट के चलती रहेगी।
इजरायल बनाम हिजबुल्लाह
इजरायल की सेना ने लेबनान में प्रवेश करने की योजना बनाई हैं। हिजबुल्लाह को समाप्त करने के उद्देश्य से, इजरायली सेना लेबनान पर हवाई हमले कर रही हैं। वहीं, अमेरिका सहित पूरी दुनिया इजरायल से युद्धविराम की मांग कर रही हैं। हालांकि, इजरायल ने यह स्पष्ट किया है कि जब तक वह हमास और हिजबुल्लाह का खात्मा नहीं कर देता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। अमेरिका की युद्ध विराम की अपील ठुकराई अमेरिका ने इजरायल से 21 दिन के लिए युद्ध विराम की मांग की, लेकिन इजरायली प्रधानमंत्री नेतनयाहू ने इसे अस्वीकार कर दिया। इजरायल ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हिजबुल्लाह के खिलाफ उनकी सैन्य कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
जब तक लक्ष्य पूरा नहीं होता युद्ध जारी रहेगा - नेतन्याहू
बेंजामिन नेतन्याहू, जो वार्षिक संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने के लिए न्यूयॉर्क पहुँचे, ने यह स्पष्ट किया कि जब तक इजरायल के सभी लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं हो जाती, तब तक हवाई हमले जारी रहेंगे। बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "इजराइल की नीति पूरी तरह से स्पष्ट है। हम हिजबुल्लाह के खिलाफ अपनी पूरी ताकत से हमले जारी रखेंगे। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक कि हम अपने सभी लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर लेते, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य उत्तर के निवासियों की सुरक्षित तरीके से उनके घरों में वापसी हैं।"
पीएम नेतन्याहू से पहले इजरायल के विदेश मंत्री काट्ज़ ने एक्स पर पहले पोस्ट किया था, "कोई युद्ध विराम नहीं होगा।" वहीं, रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि सशस्त्र बलों का लक्ष्य हिजबुल्लाह को असंतुलित करना और उनकी क्षति को बढ़ाना हैं। इसी बीच, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार देर रात जानकारी दी कि पिछले 24 घंटों में इजरायली हमलों के दौरान देश में 92 लोग मारे गए और 153 लोग घायल हुए हैं।
इजरायल का लक्ष्य
अमेरिका और कई देशों ने इजरायल से तुरंत युद्धविराम की मांग की है, ताकि क्षेत्र में बढ़ते संघर्ष को रोका जा सके। इन अपीलों के बावजूद, इजरायल की सख्त सैन्य कार्रवाई जारी रहने की उम्मीद है, जिससे अंतरराष्ट्रीय चिंताएँ बढ़ती जा रही हैं। इजरायल ने स्पष्ट किया है कि उसके सशस्त्र बलों का मुख्य उद्देश्य हिजबुल्लाह को असंतुलित करना हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई हिजबुल्लाह की क्षमताओं को कमजोर करने के लिए जरूरी है, जिससे इजरायल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस रणनीति के तहत, इजरायल हिजबुल्लाह के ठिकानों पर प्रभावी हमलों को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।