पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ का बड़ा दावा, भारत की मिसाइल अमेरिका और यूरोप तक को बना सकती है निशाना

पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ का बड़ा दावा, भारत की मिसाइल अमेरिका और यूरोप तक को बना सकती है निशाना
Last Updated: 11 नवंबर 2024

भारत के पास वर्तमान में सबसे एडवांस मिसाइल अग्नि-5 है, जो देश की रक्षात्मक क्षमता को कई गुना बढ़ाती है। इस मिसाइल की रेंज इतनी विशाल है कि इसमें पूरे एशिया और यूरोप के कई देश शामिल आते हैं। अग्नि-5 भारत को एक मजबूत रणनीतिक क्षमता प्रदान करता है, जिससे वह अपने सुरक्षा हितों को मजबूती से सुनिश्चित कर सकता है।

Pakistan on Indian Missiles: भारत की बढ़ती रक्षात्मक क्षमता और स्वदेश निर्मित मिसाइलों की ताकत से दुनिया में उसकी स्थिति मजबूत हो रही है। भारत के पास वर्तमान में कई इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) हैं, जो एशिया और यूरोप के विभिन्न हिस्सों को निशाना बना सकती हैं।

हाल ही में पाकिस्तान के इस्लामाबाद स्थित कायद-ए-आजम यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ पॉलिटिक्स एंड इंटरनेशनल रिलेशंस में एक रक्षा विशेषज्ञ प्रोफेसर जफर नवाज जसपाल ने भारत के मिसाइल कार्यक्रम को लेकर एक बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि भारत एक नई मिसाइल प्रणाली, ‘सूर्या पर काम कर रहा है, जो एक ICBM के रूप में विकसित हो रही है। इस मिसाइल की रेंज इतनी बड़ी हो सकती है कि वह अमेरिका और ब्रिटेन जैसे पश्चिमी देशों को भी निशाना बना सके।

यह दावा भारत की मिसाइल शक्ति को लेकर पाकिस्तान की बढ़ती चिंता को दर्शाता है, जो भारत के रक्षा कार्यक्रम को लेकर गंभीर सावधानियों और रणनीतिक विश्लेषण की ओर इशारा करता है।

'सूर्या' मिसाइल की रेंज

प्रोफेसर जफर नवाज जसपाल ने 'सूर्या' ICBM के बारे में खुलासा करते हुए बताया कि इस मिसाइल की रेंज 10,000 से 12,000 किलोमीटर तक हो सकती है, जिसका मतलब है कि भारत की मिसाइल शक्ति अब अमेरिका तक भी पहुंच सकती है। यह जानकारी एक बड़ी रणनीतिक धारा को दर्शाती है, क्योंकि भारत के पास पहले से ऐसी मिसाइलें उपलब्ध हैं जो पाकिस्तान के किसी भी हिस्से को आसानी से निशाना बना सकती हैं।

प्रोफेसर जसपाल ने यह भी कहा कि इस तरह की मिसाइलों का विकास पाकिस्तान के लिए नहीं, बल्कि अमेरिका, यूरोप और रूस के लिए एक गंभीर चिंता का विषय होना चाहिए। क्योंकि भारत की बढ़ती रक्षात्मक क्षमता और लंबी दूरी की मिसाइलें वैश्विक शक्ति संतुलन को प्रभावित कर सकती हैं।

भारत ने 'सूर्या मिसाइल' को लेकर किया इनकार

भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने पाकिस्तान के द्वारा उठाए गए 'सूर्या ICBM' प्रोजेक्ट के दावे को सिरे से नकार दिया है। DRDO के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि भारत इस प्रकार के किसी नए इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) पर काम नहीं कर रहा है। उनका कहना है कि भारत का मुख्य फोकस अपनी रक्षात्मक क्षमता को बढ़ाने पर है, जो केवल रणनीतिक आवश्यकताओं के अनुसार विकसित की जाती है, और यह किसी भी तरह के आक्रामक या अव्यावसायिक उद्देश्यों के लिए नहीं है।

इस बयान से DRDO ने यह स्पष्ट किया कि भारत की मिसाइल क्षमता पूरी तरह से अपनी संप्रभुता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है, और वह किसी भी प्रकार के बाहरी खतरे से निपटने के लिए अपनी रक्षा में सुधार कर रहा है।

भारत के पास कई उन्नत मिसाइल प्रणालियाँ

भारत के पास वर्तमान में कई अत्याधुनिक मिसाइल प्रणालियाँ हैं, जिनमें से अग्नि-V सबसे एडवांस और लंबी दूरी की मिसाइल है। इस मिसाइल की रेंज लगभग 5,500 से 6,000 किलोमीटर तक है, जिससे यह पूरे एशिया और यूरोप के कई हिस्सों को निशाना बनाने की क्षमता रखती है।

अग्नि-V को विशेष रूप से भारत की रक्षा क्षमता को बढ़ाने और चीन के खिलाफ रणनीतिक तैयारियों को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। यह मिसाइल भारत को न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में भी एक मजबूत स्थिति प्रदान करती है।

इसके अलावा, भारत के पास अन्य लंबी दूरी की मिसाइलें जैसे अग्नि-IV और अग्नि-III भी हैं, जो एशियाई देशों को निशाना बनाने में सक्षम हैं। इन मिसाइलों के साथ भारत की रक्षा ताकत में लगातार इजाफा हो रहा है, जो उसकी संप्रभुता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मददगार साबित हो रही हैं।

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