सीरिया में जारी गृह युद्ध अब एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है, जहां विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क की ओर अपने हमले को तेज कर दिया है। विद्रोही समूहों द्वारा यह आक्रमण राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार के लिए बड़ा संकट साबित हो सकता है। विद्रोही सेनाओं ने सरकारी नियंत्रण वाले क्षेत्रों को तेजी से घेरते हुए दमिश्क की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है, जिससे सीरिया के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं। आइए, 10 प्रमुख बिंदुओं में जानते हैं कि सीरिया में क्या हो रहा है और इस संघर्ष का परिणाम क्या हो सकता है।
विद्रोहियों का दमिश्क की ओर आक्रमण
विद्रोही समूहों का दावा है कि वे दमिश्क के नजदीक पहुंच चुके हैं और अब वहां सरकार के खिलाफ अपने हमले तेज करने के लिए तैयार हैं। ये विद्रोही सशस्त्र संगठन असद सरकार के खिलाफ वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं, और अब वे राजधानी पर कब्जा करने की कोशिश में हैं।
विपक्षी सेना का दावा
इस्लामिक समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के विद्रोही नेताओं ने दावा किया है कि उन्होंने दमिश्क के पास स्थित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है। उनका कहना है कि यह हमलावर हमला असद शासन के खिलाफ एक निर्णायक कदम हो सकता है।
असद का खंडन
सरकारी मीडिया ने उन अफवाहों का खंडन किया है, जिनमें कहा जा रहा था कि राष्ट्रपति असद देश छोड़ चुके हैं। सरकारी बयान में कहा गया है कि असद राजधानी दमिश्क में बने हुए हैं और अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं।
सीरिया के रक्षा मंत्रालय का बयान
सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि उनकी सेनाएं दमिश्क और इसके आस-पास के इलाकों में पूरी तरह से मौजूद हैं। मंत्रालय ने किसी भी अफवाह का खंडन करते हुए कहा कि उनकी सेना किसी भी स्थान से पीछे नहीं हटी है।
विपक्षी नेताओं की रणनीतियां
विद्रोही समूहों के नेताओं ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि उनका उद्देश्य सिर्फ दमिश्क पर कब्जा नहीं है, बल्कि वे पूरे सीरिया में असद सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए युद्ध लड़ रहे हैं।
विद्रोहियों के नियंत्रण में क्षेत्रों की बढ़ोतरी
विद्रोही सेनाओं ने अब तक कई प्रमुख शहरों और क्षेत्रों पर नियंत्रण कर लिया है, जिसमें हमा, होम्स और दारआ जैसी महत्वपूर्ण जगहें शामिल हैं। इन क्षेत्रों पर कब्जा करने के बाद अब विद्रोहियों का ध्यान राजधानी दमिश्क पर केंद्रित हो गया है।
सीरिया की सांप्रदायिक स्थिति
विद्रोही समूहों ने दावा किया है कि उनके आक्रमण से देश में सांप्रदायिक हिंसा की संभावना बढ़ सकती है, और वे अल्पसंख्यक समुदायों को आश्वस्त करने के प्रयास कर रहे हैं कि उनका शासन सभी समुदायों के लिए समान होगा।
संघर्ष के प्रभाव
पिछले हफ्ते से शुरू हुए इस संघर्ष में 800 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें अधिकांश विद्रोही सैनिक हैं। हालांकि, 111 नागरिकों की भी मृत्यु हुई है, और संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस संघर्ष के कारण लगभग 3.7 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं।
वैश्विक प्रतिक्रिया
इस संघर्ष के बढ़ते प्रभाव के कारण अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी सक्रिय हो गया है। अमेरिका और यूरोपीय देश सीरिया में राजनीतिक समाधान की ओर बढ़ने की बात कर रहे हैं। हालांकि, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि संघर्ष का समाधान केवल एक राजनीतिक प्रक्रिया से ही निकाला जा सकता है।
सीरिया का भविष्य
यदि असद सरकार जल्द ही सत्ता से बाहर होती है, तो सीरिया का भविष्य पूरी तरह से अनिश्चित हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस संघर्ष के खत्म होने के बाद एक नया राजनीतिक परिदृश्य उभर सकता है, जो सीरिया के पूरे क्षेत्रीय नक्शे को बदल सकता है।
सीरिया में जारी संघर्ष ने न केवल देश की राजनीति को बदल दिया है, बल्कि इसने पूरी वैश्विक सुरक्षा व्यवस्था पर भी असर डाला है। अब देखना यह है कि इस युद्ध के बाद सीरिया का भविष्य क्या होगा और असद सरकार कितने समय तक इस संघर्ष को और नियंत्रित कर पाएगी।