सीरिया की स्थिति पर अमेरिका ने कहा कि अब यह आवश्यक हो गया है कि सीरिया में एक समावेशी राजनीतिक प्रक्रिया की शुरुआत की जाए। इसके अलावा, देश को अपनी स्थिरता फिर से स्थापित करने की दिशा में काम करना होगा।
New Syria Leaders: सीरिया में रविवार को विद्रोहियों की जीत और राष्ट्रपति बशर अल-असद के निष्कासन के बाद दुनिया के कई देशों ने इसका स्वागत किया है। इनमें जर्मनी और फ्रांस ने सीरिया के नए नेतृत्व के साथ सहयोग करने की इच्छा जताई है। दोनों देशों के नेताओं ने सीरिया में एक समावेशी राजनीतिक प्रक्रिया को बढ़ावा देने की बात की है।
जर्मनी और फ्रांस का संयुक्त बयान
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को सीरिया के नए नेतृत्व के साथ सहयोग करने की संभावना पर चर्चा की। दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि वे मौलिक मानवाधिकारों और जातीय एवं धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के आधार पर सहयोग के लिए तैयार हैं। उन्होंने सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान करने की बात भी कही।
इजरायल की प्रतिक्रिया
इजरायल ने सीरिया की स्थिति को अलग नजरिए से देखा है। इजरायल का कहना है कि सीरिया के अधिकांश इलाकों पर अलकायदा और ISIS से जुड़े संगठनों का नियंत्रण है। इजरायली सेना ने गोलन हाइट्स में अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि बशर अल-असद की सरकार का गिरना एक ऐतिहासिक दिन है।
चीन का बयान
चीन ने सीरिया की स्थिति पर अपनी चिंता जताते हुए कहा कि वह वहां की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। चीन को उम्मीद है कि सीरिया में जल्दी स्थिरता आएगी और शांति बहाल होगी। साथ ही, चीन ने यह भी कहा कि वह सीरिया के मामले में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है और इस प्रक्रिया में सहयोग करने का इच्छुक है।
अमेरिका की प्रतिक्रिया
अमेरिका ने सीरिया में समावेशी राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि सीरिया को अपनी स्थिरता बहाल करने के लिए एक समावेशी प्रक्रिया की शुरुआत करना बेहद जरूरी है। उनका मानना है कि यह प्रक्रिया सीरिया में शांति और स्थिरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। बिडेन ने रविवार को इस मुद्दे पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों से चर्चा करने का ऐलान किया, ताकि भविष्य में इसे लेकर सही कदम उठाए जा सकें।