ओवल ऑफिस में ट्रंप-जेलेंस्की की तीखी बहस के बाद यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन का समर्थन किया। इटली PM मेलोनी ने शिखर सम्मेलन बुलाने की मांग की, जबकि अमेरिका ने सहायता जांच तेज कर दी।
Trump-Zelensky Clash: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में हुई तीखी बहस ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। इस बहस के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर शांति समझौता खटाई में पड़ गया है। इस घटनाक्रम के बाद यूरोपीय नेताओं ने जेलेंस्की के समर्थन में खुलकर बयान दिए हैं।
यूरोप ने यूक्रेन का समर्थन किया
व्हाइट हाउस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच बहस के तुरंत बाद यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन के प्रति अपनी एकजुटता जताई। फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, पोलैंड और यूरोपीय आयोग ने जेलेंस्की को समर्थन देने के बयान जारी किए।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस को आक्रांता करार देते हुए कहा, "रूस हमलावर है और यूक्रेन पीड़ित राष्ट्र। यूक्रेन अपनी गरिमा, स्वतंत्रता, अपने बच्चों और यूरोप की सुरक्षा के लिए लड़ रहा है।"
जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़
जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने आश्वासन दिया कि यूक्रेन को जर्मनी और यूरोप का पूरा समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा, "यूक्रेन हम पर भरोसा कर सकता है, हम उसके साथ खड़े हैं।"
स्पेन और पोलैंड के प्रधानमंत्री
स्पेन और पोलैंड के प्रधानमंत्रियों ने भी जेलेंस्की को समर्थन देते हुए कहा, "आप अकेले नहीं हैं। हम यूक्रेन के साथ हैं।"
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने भी जेलेंस्की के समर्थन में ट्वीट किया, "आप कभी अकेले नहीं हैं, प्रिय राष्ट्रपति। आपकी गरिमा यूक्रेनी लोगों की बहादुरी का सम्मान करती है। मजबूत बनें, बहादुर बनें, निडर बनें। हम न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए आपके साथ काम करना जारी रखेंगे।"
इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी ने बुलाया शिखर सम्मेलन
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जियो मेलोनी ने अमेरिका, यूरोपीय देशों और अन्य सहयोगियों के बीच तत्काल शिखर सम्मेलन बुलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि मौजूदा वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए सहयोगी देशों को एक मंच पर आकर चर्चा करनी होगी।
नॉर्वे ने व्हाइट हाउस विवाद को बताया 'निराशाजनक'
नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर ने इस घटना को गंभीर और निराशाजनक करार दिया। उन्होंने कहा कि यह विवाद रूस-यूक्रेन युद्ध को हल करने के प्रयासों को कमजोर कर सकता है।
ट्रंप ने लिया बड़ा फैसला
इस घटना के बाद अमेरिकी अधिकारियों ने यूक्रेन को दी जा रही वित्तीय सहायता की जांच तेज करने का निर्णय लिया है। एलन मस्क और उनकी संस्था 'डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी' पहले से ही इन मामलों की निगरानी कर रही थी, लेकिन अब इन प्रयासों को और तेज किया जाएगा।
जेलेंस्की पर अमेरिका के अपमान का आरोप
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने जेलेंस्की पर अमेरिका का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जेलेंस्की को अमेरिका का आभारी होना चाहिए, न कि बहस करनी चाहिए। वहीं, ट्रंप ने भी जेलेंस्की पर तीखे शब्दों में हमला बोलते हुए कहा कि वह अमेरिका को निर्देश देने की कोशिश न करें। ट्रंप ने जेलेंस्की पर तीसरे विश्व युद्ध को भड़काने का आरोप भी लगाया।
नाराज जेलेंस्की ने छोड़ी बैठक
इस गरमागरम बहस के बाद नाराज जेलेंस्की तेज कदमों से व्हाइट हाउस से बाहर निकल गए। इसके चलते यूक्रेन और अमेरिका के बीच एक महत्वपूर्ण खनिज सौदे पर हस्ताक्षर नहीं हो सके। यह विवाद अमेरिका-यूक्रेन संबंधों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।