US President Election: अमेरिका में इलेक्शन डे की 180 साल पुरानी परंपरा, जानें मंगलवार को ही क्यों होती है वोटिंग?

US President Election: अमेरिका में इलेक्शन डे की 180 साल पुरानी परंपरा, जानें मंगलवार को ही क्यों होती है वोटिंग?
Last Updated: 7 घंटा पहले

अमेरिका में आज राष्ट्रपति पद के लिए मतदान हो रहा है, जहां कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमेरिका में हर पांच साल में मतदान हमेशा मंगलवार को क्यों होता है?

US President Election: अमेरिका में आज सुबह 7 बजे से राष्ट्रपति पद के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस चुनाव में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। खास बात यह है कि अमेरिका में हर साल नवंबर के पहले मंगलवार को ही चुनाव क्यों होते हैं? दरअसल, नवंबर के पहले सोमवार के बाद आने वाले पहले मंगलवार को मतदान करने की परंपरा लगभग 180 साल पुरानी है।

नवंबर के पहले मंगलवार का महत्व

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए सिर्फ एक दिन वोटिंग होती है, जो हर चार साल में नवंबर के पहले मंगलवार को होती है। यह परंपरा लगभग 180 साल पुरानी है, और इसके पीछे कई कारण हैं।

अमेरिकी संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति का चुनाव नवंबर के पहले मंगलवार को होना चाहिए। यह नियम तब से लागू है जब राज्यों के पास मतदान कराने के लिए 34 दिन का समय होता था, और उन्हें दिसंबर के पहले बुधवार तक मतदान कराना होता था। लेकिन इस व्यवस्था में समस्याएं उत्पन्न होने लगीं।

चुनावी प्रणाली का इतिहास

अमेरिका की चुनावी प्रक्रिया भारत की तरह केंद्रीयकृत नहीं है। संघीय चुनाव आयोग चुनावी प्रक्रिया की देखरेख करता है, लेकिन हर राज्य अपने चुनाव नियम तय करता है। इस वजह से मतदान और मतगणना की प्रक्रिया देश के विभिन्न हिस्सों में भिन्न होती है। हालांकि, राष्ट्रपति चुनाव की तारीख सभी राज्यों में एक समान होती है।

19वीं सदी के मध्य तक, अमेरिका के हर राज्य में चुनाव अलग-अलग दिनों में होते थे। 1845 में, अमेरिकी कांग्रेस ने एक अधिनियम पारित किया जिसमें राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव की तारीख तय की गई, और कहा गया कि यह 'नवंबर के पहले सोमवार के बाद आने वाले मंगलवार' को होना चाहिए।

चुनाव का दिन: मंगलवार का चयन

मंगलवार को चुनाव आयोजित करने के निर्णय के पीछे कई कारण हैं। उस समय अमेरिका एक नवजात राष्ट्र था, और अधिकांश आबादी कृषि पर निर्भर थी। नवंबर का महीना इसलिए चुना गया क्योंकि यह वसंत के व्यस्त बुआई सीजन या शरदकालीन फसल के सीजन में नहीं आता था।

किसानों को पोलिंग सेंटर्स तक पहुंचने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता था, और इस कारण वोट डालने में एक दिन लग जाता था। रविवार को चुनाव नहीं किया जा सकता था क्योंकि ईसाई उस दिन चर्च जाते थे, जबकि बुधवार को बाजार लगते थे। इसलिए, सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, नवंबर के पहले मंगलवार को मतदान कराने का निर्णय लिया गया।

Leave a comment
 

ट्रेंडिंग News