उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम कुमार सिंह के अनुसार प्रदेश में मानसून 25 जून के आसपास सक्रिय होगा। जो कि सामान्य तारीख के लगभग पास ही होगा। साथ ही उत्तराखंड में इस बार सामान्य बारिश से 10 प्रतिशत अधिक बरसात होने का अनुमान जताया हैं।
देहरादून: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में इन दिनों हल्की-फुल्की बौछारों का सिलसिला लगातार चल रहा है। हालांकि मैदानी क्षेत्रों में अब भी ज्यादातर क्षेत्र के लोग बरसात की होने की आस लगाए बैठे हैं। देहरादून में भी प्री-मानसून की बौछार शुरू हो चुकी हैं। मौसम विभाग ने बताया कि जून मध्य तक वर्षा का क्रम रुक-रुक कर ही चलेगा। इसके साथ ही अब सभी ने मानसून को लेकर उलटी गिनती शुरू कर दी है। देश में मानसून केरल, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से आगे जल्दी-जल्दी बढ़ रहा है और आने वाले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में दस्तक देगा। उत्तराखंड में इस बार मानसून के 25 जून के बाद पहुंचेगा। हालांकि सामान्य तौर पर उत्तराखंड में मानसून 20 से 25 जून के बीच आता हैं।
तेजी से आगे बढ़ रहा मानसून
मौसम विभाग के अधिकारी ने Subkuz.com को बताया कि उत्तराखंड में एक मार्च से 31 मई तक ग्रीष्मकाल सामान्य से 20 प्रतिशत तक कम बरसात हुई। इसके बाद एक जून से प्री-मानसून सीजन की शुरुआत में भी प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्र सूखे ही रहे हैं। हालांकि पर्वतीय क्षेत्रों में प्री-मानसून की बौछार तेज हो गई है। कई क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ तेज हवा और बरसात का दौर चल रहा है। दून में भी कहीं-कहीं बौछारें पड़ी हैं।
बताया कि केरल और तमिलनाडु में पूरी तरह से सक्रिय होने के बाद मानसून तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश की ओर आगे बढ़ चुका है। आने वाले दो-तीन दिनों के भीतर गोवा और दक्षिण महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में मानसून की बरसात शुरू हो जाएगी। अभी तक मानसून अपने सामान्य समय से लगभग दो दिन पीछ़े है। हालांकि उत्तर भारत की ओर गुमने पर इसकी गति काफी तेज हो सकती है। उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम कुमार सिंह के अनुसार प्रदेश में मानसून के 25 जून के आसपास मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी। उत्तराखंड में इस बार सामान्य से 10 प्रतिशत अधिक बरसात होने की संभावना हैं।
प्री-मानसून की बौछार होगी तेज
मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि एक मार्च से 31 मई तक प्री-मानसून का सीजन माना जाता है। इसके बाद एक जून से मानसून का सीजन शुरू हो जाता हैं। मानसून के दस्तक देने से पहले होने वाली वर्षा को प्री-मानसून की बरसात कहां जाता हैं। उत्तराखंड में इस समय हल्की, मध्यम वर्षा का सिलसिला जारी है, लेकिन जून मध्य तक प्री-मानसून की बौछार तेज हो सकती हैं। उत्तराखंड में बीते 16 वर्ष में चार बार मानसून ही मानसून एक सप्ताह देरी से पहुंचा था। वर्ष 2010, 2012, 2014 और 2017 को छोड़कर हर बार मानसून समय पर आया। ऐसे में इस बार भी 20 जून के आसपास मानसून के दस्तक देने का अनुमान हैं।