बरेली की तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी अंशिका वर्मा को हाल ही में उनके बेहतरीन कार्यों के लिए 'वुमेन आइकन अवार्ड' से सम्मानित किया गया। बिना कोचिंग के यूपीएससी परीक्षा पास कर 136वीं रैंक हासिल करने वाली अंशिका को आज बरेली में ‘लेडी सिंघम’ के नाम से जाना जाता है। उनके कड़े अनुशासन और अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने के अंदाज ने उन्हें जनता के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया हैं।
बिना कोचिंग पाई सफलता, दूसरी कोशिश में बनीं आईपीएस
अंशिका वर्मा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली हैं। नोएडा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए प्रयागराज का रुख किया। बिना किसी कोचिंग के, सिर्फ सेल्फ-स्टडी के दम पर 2020 UPSC CSE परीक्षा में दूसरी बार में सफलता हासिल की और ऑल इंडिया रैंक 136 के साथ आईपीएस बनीं।
इंजीनियर से आईपीएस बनने का सफर
अंशिका ने गालगोटिया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, नोएडा से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (B.Tech) की डिग्री ली थी। लेकिन उनका सपना हमेशा से प्रशासनिक सेवा में जाने का था। इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज की ओर कदम बढ़ाया और कड़ी मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया।
अंशिका का परिवार एक साधारण पृष्ठभूमि से आता है। उनके पिता उत्तर प्रदेश बिजली निगम लिमिटेड (UPEL) से सेवानिवृत्त हैं, जबकि उनकी मां गृहिणी हैं। परिवार का हमेशा से मानना था कि बेटियों को भी वही अवसर मिलने चाहिए जो बेटों को मिलते हैं।
बरेली में ‘लेडी सिंघम’ के नाम से मशहूर
अंशिका वर्मा सिर्फ प्रशासनिक कार्यों में ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 244K फॉलोअर्स हैं, जहां वह अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ से जुड़ी पोस्ट शेयर करती हैं। उनकी प्रेरणादायक कहानी युवा महिलाओं के लिए मिसाल बन गई है। एसपी (दक्षिणी), बरेली के पद पर तैनात अंशिका वर्मा को उनके बेखौफ रवैये और त्वरित कार्रवाई के लिए ‘लेडी सिंघम’ कहा जाता है। महिला सुरक्षा और अपराध पर सख्त नियंत्रण के लिए उनकी रणनीतियों को सराहा जाता हैं।
अंशिका की कहानी
अंशिका वर्मा की सफलता इस बात का प्रमाण है कि अगर इरादे मजबूत हों और मेहनत करने का जज्बा हो, तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। बिना कोचिंग के यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा पास कर उन्होंने यह साबित कर दिया कि दृढ़ संकल्प और सही दिशा से सफलता निश्चित हैं।