भारतीय टीम ने संजू सैमसन के रिकॉर्ड शतक और स्पिन गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत दक्षिण अफ्रीका को पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में 61 रन से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में खेल रही भारतीय टीम ने एक मजबूत स्कोर खड़ा किया, जिसे बचाने में गेंदबाजों ने अहम भूमिका निभाई।
स्पोर्ट्स न्यूज़: हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ दशहरे के दिन शतक लगाने वाले संजू सैमसन ने डरबन के किंग्समीड मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 मुकाबले में उसी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए इतिहास रच दिया। संजू ने केवल 50 गेंदों में 107 रन की तूफानी पारी खेली, जिससे वह टी-20 क्रिकेट में लगातार दो शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज और दुनिया के चौथे खिलाड़ी बन गए। संजू ने मैदान के चारों ओर शानदार शॉट्स लगाए, जिससे स्टेडियम में मौजूद भारतीय प्रशंसकों ने "संजू-संजू" के नारों के साथ उनका हौसला बढ़ाया।
भारत ने खड़ा किया बड़ा स्कोर
हैदराबाद में बांग्लादेश के खिलाफ 40 गेंदों में शतक लगाने के बाद, संजू सैमसन ने डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 47 गेंदों में सैकड़ा पूरा किया, और इस अद्भुत पारी की बदौलत भारत ने 20 ओवर में आठ विकेट पर 202 रन का स्कोर खड़ा किया। यह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत का टी-20 क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर था। जवाब में, दक्षिण अफ्रीका की टीम 17.5 ओवर में 141 रन ही बना सकी, और इस जीत के साथ भारत ने चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
संजू सैमसन को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने विशेष रूप से दक्षिण अफ्रीकी स्पिनरों को निशाना बनाया। एडेन मार्करम की गेंद पर चौके से अपनी पारी की शुरुआत करने के बाद, संजू ने केशव महाराज के ओवर में शानदार शॉट्स खेले, जिसमें ओवर एक्सट्रा कवर पर एक खूबसूरत चौका और फिर बाहर निकलकर लोफेटेड शॉट पर छक्का शामिल था।
सातवें ओवर में, उन्होंने पीटर की लगातार दो गेंदों पर दो छक्के जड़े और महज 27 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। संजू ने दक्षिण अफ्रीकी स्पिनरों के खिलाफ 58 रन जोड़ते हुए 10 में से छह छक्के उनके खिलाफ लगाए। इसके अलावा, उन्होंने कप्तान सूर्यकुमार यादव (21) के साथ दूसरे विकेट के लिए 66 और तिलक वर्मा (33) के साथ तीसरे विकेट के लिए 77 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
ओपनर के रूप में संजू ने किया मजबूत दावा
आईपीएल में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद, केरल के बल्लेबाज संजू सैमसन को भारतीय टीम में स्थिर स्थान नहीं मिल पा रहा था। उन्हें कई बार टीम में शामिल किया गया, लेकिन खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिला। यहां तक कि टी-20 विश्व कप के दौरान भी वह टीम के साथ थे, लेकिन अभ्यास मैच को छोड़कर उन्हें कोई मैच खेलने का अवसर नहीं मिला। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ियों के होते हुए संजू को टी-20 में अपनी जगह बनाना मुश्किल हो रहा था।
लेकिन, जब रोहित शर्मा ने टी-20 से संन्यास लिया, तो टीम प्रबंधन ने संजू को बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज में अभिषेक शर्मा के साथ ओपनिंग करने का मौका दिया। ग्वालियर और दिल्ली में ज्यादा खास प्रदर्शन नहीं करने के बाद, संजू ने हैदराबाद में आतिशी पारी खेलकर साबित कर दिया कि वह क्या कर सकते हैं। इसके बाद डरबन में उन्होंने लगातार दूसरा शतक ठोकते हुए ओपनर के रूप में अपने स्थान पर मजबूत दावा पेश किया।
भारतीय स्पिनरों के सामने ढेर हुई अफ्रीका की टीम
भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 मैच में शानदार प्रदर्शन किया, जहां भारतीय बल्लेबाजों ने दक्षिण अफ्रीकी स्पिनरों के खिलाफ जमकर रन बनाए। खासकर संजू सैमसन ने तूफानी शतक जड़कर टीम को एक बड़ा स्कोर दिलाया। वहीं, अफ्रीकी बल्लेबाजों को भारतीय गेंदबाजों के सामने संघर्ष करते हुए देखा गया। भारत के स्पिनरों वरुण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई ने शानदार गेंदबाजी की और दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसाया। अर्शदीप सिंह ने पहले ओवर में मार्करैम को आउट करके दबाव बनाना शुरू किया और इसके बाद वरुण और बिश्नोई ने इस दबाव को कायम रखा।
वरुण चक्रवर्ती ने हेनरिक क्लासेन (25) और डेविड मिलर (18) जैसे खतरनाक बल्लेबाजों को आउट कर अफ्रीकी मध्यक्रम को झकझोर दिया, जबकि रवि बिश्नोई ने पैट्रिक क्रूगर (1), मार्को यानसेन (12) और एंडिल सिमेलाने (6) को आउट कर निचले क्रम को ध्वस्त किया। दोनों स्पिनरों ने तीन-तीन विकेट लेकर भारत को 61 रन से जीत दिलाई।