टीम इंडिया के पूर्व टेस्ट कप्तान लाला अमरनाथ का जन्म 11 सितंबर 1911 को कपूरथला (पंजाब) में हुआ था। दाएं हाथ के बल्लेबाज लाला अमरनाथ को उनकी अनूठी उपलब्धियों के लिए सदा याद किया जाएगा। लाला अमरनाथ भारतीय क्रिकेट इतिहास के पहले बल्लेबाज थे जिन्होंने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक बनाया था।
Lala Amarnath Birthday: जब भी भारतीय क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ियों का जिक्र होता है, तो सचिन तेंदुलकर, कपिल देव, सुनील गावस्कर और बिशन सिंह बेदी जैसे दिग्गजों का नाम सामने आता है। इन सभी महान खिलाड़ियों ने अपने-अपने युग में भारतीय क्रिकेट को नया मुकाम दिया और अपने नाम कई रिकॉर्ड दर्ज किए। लेकिन जब भारतीय क्रिकेट के पहले कप्तान की बात आती है, तो सबसे पहले लाला अमरनाथ का नाम लिया जाता है। लाला अमरनाथ भारत के पहले सुपरस्टार रहे हैं, जिन्होंने क्रिकेट के मैदान पर अपनी छाप छोड़ी।
भारत के पहले शतक बनाने वाले खिलाड़ी और स्वतंत्र भारत के पहले कप्तान, जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन के जरिए कई महत्वपूर्ण मैचों में टीम इंडिया को जीत दिलाई। आज लाला अमरनाथ का जन्मदिन है। लोग उन्हें इस खास दिन पर याद कर रहे हैं। ऐसे में आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके साथ जुड़े कुछ दिलचस्प किस्सों के बारे में जानते हैं।
1933 में लाला अमरनाथ ने लगाया था पहला शतक
दरअसल, 1947 में भारत को स्वतंत्रता मिली, लेकिन इस आज़ादी से पहले एक खिलाड़ी ने 22 साल की उम्र में भारतीय टीम की ओर से टेस्ट क्रिकेट में कदम रखते ही सभी का ध्यान आकर्षित किया। यह घटना 1933 की है, जब लाला अमरनाथ ने भारत की ओर से पहला शतक लगाया था। 22 साल की उम्र में टेस्ट डेब्यू करते हुए, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ बंबई के जिमखाना ग्राउंड पर 118 रनों की बेहतरीन पारी खेली। हालांकि, उस टेस्ट के चौथे दिन भारत ने मैच 9 विकेट से हार हासिल की, लेकिन लाला की यह सेंचुरी भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक यादगार क्षण बनी।
टेस्ट में बनाया शतक रचा इतिहास
लाला के बल्ले से शतक तब निकला जब टीम को इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता थी। 21 रन के स्कोर पर टीम ने दो विकेट खो दिए थे। इसके बाद, लाला ने 117 मिनट तक बल्लेबाजी करते हुए अपना शतक पूरा किया। उन्होंने 118 रनों की पारी में 21 चौके लगाए और कप्तान सीके नायडू के साथ मिलकर 176 रनों की साझेदारी की।
लाला अमरनाथ ने अपने डेब्यू टेस्ट में शतक जड़कर भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहला शतकवीर बनने का गौरव प्राप्त किया। दूसरी पारी में उन्होंने 118 रन बनाकर इस मैच में कुल 156 रन बनाए और अपने करियर की शानदार शुरुआत की।
जब उन्होंने टेस्ट में शतक बनाया, तो स्टेडियम में मैच देखने आई महिलाओं ने उनका स्वागत जिस अंदाज में किया, वह अविश्वसनीय था। यूट्यूब चैनल 'द एपिक चैनल' पर लाला अमरनाथ के बारे में एक मजेदार किस्सा साझा किया गया था। इस किस्से के अनुसार, जब लाला अमरनाथ ने अपने टेस्ट डेब्यू में सेंचुरी बनाई, तो महिलाओं ने अपने मंगलसूत्र और गहने तक फेंक दिए और लाला अमरनाथ का स्वागत एक हीरो की तरह किया।
1947-48 में भारतीय क्रिकेट टीम की वापसी के दौरान संभाली कप्तानी
लाला अमरनाथ ने आजाद भारत के पहले क्रिकेट कप्तान बनकर इतिहास रच दिया। उस समय अमरनाथ भारत के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में माने जाते थे, लेकिन उनके करियर पर दूसरे विश्व युद्ध का गहरा प्रभाव पड़ा। इसके अतिरिक्त, चयनकर्ताओं की पक्षपातपूर्ण नीतियों और टीम के भीतर की राजनीति के कारण उन्हें अधिक मैच खेलने का अवसर नहीं मिला।
विश्व युद्ध के बाद, अमरनाथ ने 1947-48 में भारतीय क्रिकेट टीम की वापसी के साथ कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली। वह आजाद भारत के पहले कप्तान बने। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया, और इस दौरे के दौरान अमरनाथ ने महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन को आउट करने की उपलब्धि भी हासिल की।