अल अमीरात क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए आईसीसी मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग-2 के मुकाबले में यूएसए ने ओमान को 57 रनों से हराकर एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना दिया। इस मैच में अमेरिकी टीम सिर्फ 122 रन पर ऑलआउट हो गई थी, लेकिन इसके बाद उन्होंने जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए ओमान को महज 65 रन पर समेट दिया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: क्रिकेट के मैदान पर हर मैच में नए रिकॉर्ड बनते और टूटते हैं, लेकिन कुछ रिकॉर्ड इतने अनोखे होते हैं कि कोई उनकी कल्पना भी नहीं कर सकता। हाल ही में, जब दुनिया की नजरें आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पर टिकी थीं, तभी अमेरिका की क्रिकेट टीम ने एक ऐसा ऐतिहासिक कारनामा कर दिखाया, जिससे भारतीय क्रिकेट टीम का 40 साल पुराना वर्ल्ड रिकॉर्ड टूट गया।
अल अमीरात क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए आईसीसी मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग-2 के मुकाबले में अमेरिका ने ओमान को 57 रनों से हराकर नया इतिहास रच दिया। पहले बैटिंग करते हुए अमेरिकी टीम महज 122 रन पर सिमट गई, लेकिन इसके बाद उनके गेंदबाजों ने कहर बरपाते हुए ओमान को सिर्फ 65 रन पर ऑलआउट कर दिया।
अमेरिका ने भारत का 40 साल पुराना रिकॉर्ड किया ध्वस्त
अल अमीरात क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए आईसीसी मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग-2 मुकाबले में अमेरिका ने ओमान को 57 रनों से हराकर एक नया इतिहास रच दिया। ओमान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, जिसके बाद अमेरिकी टीम 122 रन पर ऑलआउट हो गई। कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक या शतक नहीं बना सका और पूरी टीम जल्द ही पवेलियन लौट गई।
हालांकि, अमेरिका के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और ओमान को सिर्फ 65 रन पर समेट दिया। इस तरह यूएसए ने 57 रनों से मैच जीतकर वनडे क्रिकेट में सबसे छोटे टोटल को डिफेंड करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इससे पहले यह रिकॉर्ड भारत के नाम था, जिसने 1983 में 125 रनों का सफल बचाव किया था।
मैच में गिरे कुल 19 विकेट
अल अमीरात क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए आईसीसी मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग-2 मुकाबले में अमेरिका ने 122 रनों का सफल बचाव करते हुए ओमान को 57 रनों से हराकर नया रिकॉर्ड बना दिया। इस मैच में कुल 19 विकेट गिरे, और सभी स्पिनर्स के खाते में गए। पहली बार वनडे क्रिकेट में सिर्फ स्पिन गेंदबाजों ने सभी गेंदें डालीं। दोनों टीमों ने कुल 61 ओवर फेंके, यानी 366 गेंदें, और इनमें से एक भी गेंद तेज गेंदबाजों ने नहीं डाली।
इसके साथ ही, इस मैच ने पाकिस्तान-बांग्लादेश (2011) के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली, जब सभी 19 विकेट स्पिनर्स ने लिए थे। इस मैच में भी 19 में से 18 विकेट स्पिनर्स को मिले, जबकि एक बल्लेबाज रनआउट हुआ।