डब्ल्यूपीएल 2025 के ऑक्शन की तारीख का ऐलान कर दिया गया है। यह ऑक्शन 15 दिसंबर को बेंगलुरू में आयोजित किया जाएगा, जहां 100 से अधिक खिलाड़ियों पर बोली लगने की संभावना है।
WPL 2025 Auction: विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) 2025 का ऑक्शन 15 दिसंबर को बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा, और इस बार महिला क्रिकेटरों पर भारी रकम खर्च होने की संभावना है। बीसीसीआई ने शनिवार को इस ऑक्शन की तारीख का ऐलान किया है। ऑक्शन की शुरुआत दोपहर 3 बजे से होगी, जिसमें 120 खिलाड़ियों पर बोली लगाई जाएगी।
120 खिलाड़ियों में से कौन होंगे मुख्य आकर्षण?
डब्ल्यूपीएल 2025 के ऑक्शन के लिए 120 खिलाड़ियों की सूची जारी की गई है, जिसमें 91 भारतीय और 29 विदेशी क्रिकेटर्स शामिल हैं। इस सूची में 3 एसोसिएट देशों के क्रिकेटर्स भी शामिल हैं। इन खिलाड़ियों में से 82 भारतीय और 8 विदेशी खिलाड़ी अनकैप्ड हैं, जिन्हें ऑक्शन में उतारा जाएगा। यह एक बड़ी खबर है क्योंकि अनकैप्ड खिलाड़ियों को लेकर फ्रेंचाइजी में ज्यादा उत्सुकता देखने को मिल सकती है।
किस खिलाड़ी का कितना होगा बेस प्राइज?
इस बार ऑक्शन में उतरने वाले खिलाड़ियों का बेस प्राइज तीन प्रमुख कैटेगरी में बांटा गया है। कैप्ड खिलाड़ियों का बेस प्राइज 30 लाख रुपए और 50 लाख रुपए के बीच रखा गया है, वहीं अनकैप्ड खिलाड़ियों का बेस प्राइज 10 लाख रुपए निर्धारित किया गया है। यह खिलाड़ियों की शुद्ध क्षमता, अनुभव और प्रदर्शन के आधार पर तय किया गया है।
कौन सी टीमों के पास है सबसे बड़ा पर्स?
ऑक्शन में सबसे ज्यादा पर्स के साथ गुजराट जायंट्स की टीम उतरेगी, जिसके पास कुल 4.40 करोड़ रुपए हैं। इसके बाद यूपी वॉरियर्स के पास 3.90 करोड़, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के पास 3.25 करोड़, मुंबई इंडियंस के पास 2.65 करोड़ और दिल्ली कैपिटल्स के पास 2.50 करोड़ रुपए हैं। इन टीमों के पास एक अच्छा मौका है कि वे अपनी टीम में नई और दमदार खिलाड़ी शामिल कर सकें।
कितनी खिलाड़ियों की होगी नीलामी?
इस ऑक्शन में कुल 19 स्थानों के लिए बोली लगाई जाएगी, जिसमें 5 स्थान विदेशी खिलाड़ियों के लिए आरक्षित हैं। ऑक्शन के दौरान टीमों को अपनी जरूरत के हिसाब से खिलाड़ियों की खरीदारी करनी होगी। फ्रेंचाइजी को उम्मीद है कि इस बार ऑक्शन में अच्छे खिलाड़ियों के लिए जंग देखने को मिलेगी, जिससे लीग और भी रोमांचक बनेगा।
महिला क्रिकेटरों को मिलेगा बड़ा मौका
विमेंस प्रीमियर लीग 2025 का ऑक्शन महिला क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ हो सकता है, क्योंकि इससे भारतीय महिला क्रिकेटरों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी क्षमता साबित करने का अवसर मिलेगा। साथ ही, विदेशी खिलाड़ियों के लिए भी यह एक सुनहरा मौका होगा, जब वे भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े मंच पर कदम रखेंगे।