पेरिस ओलंपिक पदक विजेता अमन सहरावत आगामी राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेंगे। यह प्रतियोगिता बंगलुरू में आयोजित की जाएगी, जिसमें भारत के प्रमुख पहलवानों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी।
स्पोर्ट्स न्यूज़: पेरिस ओलंपिक पदक विजेता अमन सहरावत आगामी राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेंगे। यह प्रतियोगिता बंगलुरू में आयोजित की जाएगी, जिसमें भारत के प्रमुख पहलवानों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी। इस कुश्ती प्रतियोगिता में भारत के पहलवान अमन, अंडर-20 विश्व कुश्ती चैंपियन अंतिम पंघाल, 2019 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक पूनिया, अंडर-23 विश्व चैंपियन रीतिका हुड्डा, ओलंपियन सोनम मलिक और अन्य प्रमुख पहलवान शामिल होंगे। इनके अलावा राधिका, मनीषा भानवाला, बिपाशा, प्रिया, उदित, चिराग, सुनील कुमार और नरिंदर चीमा भी अपना कौशल दिखाएगी।
चैंपियनशिप में ये खिलाडी होंगे शामिल
पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता अमन सहरावत आगामी सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगे, जो छह से आठ दिसंबर तक बंगलुरू के कोरमंगला इंडोर स्टेडियम में आयोजित होगी। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने इसकी पुष्टि की है। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अमन के अलावा कई अन्य प्रमुख पहलवान भी भाग लेंगे, जिनमें अंडर-20 विश्व कुश्ती चैंपियन अंतिम पंघाल, 2019 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक पूनिया, अंडर-23 विश्व चैंपियन रीतिका हुड्डा, ओलंपियन सोनम मलिक, राधिका, मनीषा भानवाला, बिपाशा, प्रिया, उदित, चिराग, सुनील कुमार और नरिंदर चीमा जैसे स्टार खिलाड़ी शामिल हैं।
यह चैंपियनशिप भारतीय कुश्ती के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है, जिसमें 25 संबद्ध राज्य सदस्य इकाइयों के अलावा रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (आरएसपीबी) और सेना खेल संवर्धन बोर्ड (एसएसपीबी) के 1000 से अधिक प्रतिभागियों और अधिकारियों के भाग लेने की उम्मीद हैं।
अदालत ने चैंपियनशिप के आयोजन के लिए दी थी मंजूरी
साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान ने हाल ही में भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन को अदालत में चुनौती दी थी। अदालत ने चैंपियनशिप के आयोजन के लिए मंजूरी दे दी थी, लेकिन साथ ही यह आदेश दिया था कि इस चैंपियनशिप के परिणामों को रैंकिंग तय करने और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए भारत की प्रविष्टियों पर निर्णय लेने में नहीं लिया जाएगा।
इस फैसले पर डब्ल्यूएफआई ने असंतोष व्यक्त किया है और इसके खिलाफ अपील करने की योजना बनाई है। डब्ल्यूएफआई के एक सूत्र ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के परिणामों को नजरअंदाज करना स्वीकार्य नहीं है, क्योंकि राष्ट्रीय चैंपियनशिप के परिणाम भारतीय कुश्ती की रैंकिंग और भविष्य की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।