World Chess Championship: वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में भारतीय खिलाडी डी गुकेश को झेलनी पड़ी करारी हार, चीनी प्लेयर लिरेन ने 42 चालों में मारी बाजी

World Chess Championship: वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में भारतीय खिलाडी डी गुकेश को झेलनी पड़ी करारी हार, चीनी प्लेयर लिरेन ने 42 चालों में मारी बाजी
Last Updated: 7 घंटा पहले

भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश, जो हाल ही में 18 वर्ष की उम्र में फिडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने, ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप 2024 में चीन के मौजूदा चैंपियन डिंग लिरेन के खिलाफ मुकाबला किया। हालांकि, इस चुनौतीपूर्ण मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

स्पोर्ट्स न्यूज़: विश्व शतरंज चैंपियनशिप 2024 में भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश ने अपने पहले मुकाबले में चीन के मौजूदा चैंपियन डिंग लिरेन के खिलाफ खेला, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। काले मोहरों से खेलते हुए लिरेन ने 14-बाजी के मुकाबले में शुरुआती बढ़त बना ली है। यह विश्व चैंपियनशिप सीरीज दिसंबर 2024 के मध्य तक चलेगी और इसमें कई और रोचक मुकाबलों की संभावना हैं।

गुकेश ने मैच के बाद सकारात्मक रुख अपनाते हुए कहा, "यह एक लंबा टूर्नामेंट है। मैंने लिरेन से इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद की थी। हमें आगे बहुत खेलना है और यह काफी रोमांचक होगा।"

शुरुआती गलती से नहीं उभर पाए मुकेश 

विश्व शतरंज चैंपियनशिप 2024 में डी. गुकेश के पहले मैच में हार के साथ चीन के मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन ने न केवल महत्वपूर्ण अंक अर्जित किए बल्कि मनोवैज्ञानिक बढ़त भी हासिल की। काले मोहरों के साथ खेलते हुए, लिरेन ने 25 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि के मुकाबले में प्रभावी खेल दिखाया। टूर्नामेंट में सबसे पहले 7.5 अंक तक पहुंचने वाला खिलाड़ी विजेता घोषित होगा।

गुकेश, जो विश्व चैम्पियनशिप में चुनौती देने वाले सबसे युवा खिलाड़ी (18 वर्ष) हैं, ने राजा के प्यादे को दो घर चलकर शुरुआती गलती की। यह आक्रामकता दिखाने का प्रयास था, लेकिन लिरेन ने इसका जवाब "फ्रेंच डिफेंस" से दिया। गुकेश ने मैच के बाद कहा, "मैं नर्वस था, लेकिन खेल शुरू होने के बाद सहज हो गया। हालांकि, बाद में अपनी लय खो बैठा।"

लिरेन ने 42 चालों में हासिल की जीत 

विश्व शतरंज चैंपियनशिप में भारतीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश को चीन के मौजूदा चैंपियन डिंग लिरेन के खिलाफ पहले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। लिरेन ने काले मोहरों से खेलते हुए अपनी रणनीतिक कुशलता का प्रदर्शन किया और 42 चालों में जीत हासिल की। शुरुआत में गुकेश ने आक्रामक तेवर दिखाते हुए राजा के आगे वाले प्यादे को दो घर चलाया, जिसका लिरेन ने ‘फ्रेंच डिफेंस’ से जवाब दिया। हालांकि, 12वीं चाल तक गुकेश को समय का फायदा था, लेकिन आठ चाल बाद लिरेन ने समय और खेल दोनों में बढ़त बना ली। 

लिरेन ने मैच के बाद अपनी नर्वस शुरुआत स्वीकार की और कहा कि उन्होंने कुछ नया करने की कोशिश की, जो कारगर रहा। इस जीत ने लिरेन को प्रतियोगिता में मनोवैज्ञानिक बढ़त और आत्मविश्वास प्रदान किया। वहीं, गुकेश के लिए यह मुकाबला सीखने का एक अनुभव रहा, क्योंकि यह मैच कई चुनौतियों और मोड़ों से भरा था। प्रतियोगिता अभी जारी है, और गुकेश के पास वापसी करने के मौके हैं।

Leave a comment